उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ पहले दिन ही बीएसई पर 76 फीसदी सब्सक्राइब हो गया, जिसमें खुदरा निवेशकों ने 4.34 गुणा ज्यादा आवेदन किया है। एनएसई पर यह आईपीओ 1.75 गुणा ज्यादा सब्सक्राइब हो गया।
पहले ही दिन आईपीओ को कुल इश्यू साइज 12.39 करोड़ शेयर के मुकाबले 13.55 करोड़ से ज्यादा शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। यह दूसरा स्मॉल फाइनेंस बैंक है, जो शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है। इससे पहले एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिस्ट हो चुका है।
दो दिसंबर को खुला था आईपीओ
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ दो दिसंबर को खुला था और चार दिसंबर को यह बंद होगा। इश्यू के लिए प्रति शेयर 36-37 रुपये का प्राइस बैंड रखा गया है और लॉट साइज 400 शेयर का है। यानी निवेसकों को कम से कम 14,800 रुपये का निवेश करना होगा। इसके लिए रिटेल निवेशकों के लिए 10 फीसदी हिस्सा रिजर्व है। वहीं शेयर-होल्डर्स के लिए 75 करोड़ रुपये के शेयर रिजर्व हैं। इस आईपीओ के जरिए बैंक का 1200 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है।
यह दो महीने में तीसरा आईपीओ है, जिसकी जबरदस्त ओपनिंग हुई है। इससे पहले आईआरसीटीसी और सीएसबी बैंक का आईपीओ आया था। इन दोनों के बाद उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ भी पहले ही दिन फुल सब्स्क्राइब हो गया। इस साल 13 आईपीओ आए, जिसमें से 12 ने पॉजिटीव रिटर्न दिया है। सीएसबी बैंक का आईपीओ 87 गुना ज्यादा सब्स्क्राइब हुआ था।
एंकर इन्वेस्टर्स से जुटाए 303.75 करोड़ रुपये
आईपीओ के पहले ही एंकर इन्वेस्टर्स से बैंक ने 303.75 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। एंकर इन्वेस्टर्स की बिडिंग में गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर, मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस, सुंदरम एमएफ, गोल्डमैन साक्स इंडिया और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने हिस्सा लिया था।
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज है होल्डिंग कंपनी
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की होल्डिंग कंपनी है। साल 2016 में उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज पब्लिक कंपनी बनी थी। देशभर में इसके कुल 474 ब्रांच हैं, जिसमें से 120 ब्रांच छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में हैं। बता दें कि बैंक के ज्यादातर ब्रांच कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होने का आदेश दिया था।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ पहले दिन ही बीएसई पर 76 फीसदी सब्सक्राइब हो गया, जिसमें खुदरा निवेशकों ने 4.34 गुणा ज्यादा आवेदन किया है। एनएसई पर यह आईपीओ 1.75 गुणा ज्यादा सब्सक्राइब हो गया।
पहले ही दिन आईपीओ को कुल इश्यू साइज 12.39 करोड़ शेयर के मुकाबले 13.55 करोड़ से ज्यादा शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। यह दूसरा स्मॉल फाइनेंस बैंक है, जो शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है। इससे पहले एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिस्ट हो चुका है।
दो दिसंबर को खुला था आईपीओ
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ दो दिसंबर को खुला था और चार दिसंबर को यह बंद होगा। इश्यू के लिए प्रति शेयर 36-37 रुपये का प्राइस बैंड रखा गया है और लॉट साइज 400 शेयर का है। यानी निवेसकों को कम से कम 14,800 रुपये का निवेश करना होगा। इसके लिए रिटेल निवेशकों के लिए 10 फीसदी हिस्सा रिजर्व है। वहीं शेयर-होल्डर्स के लिए 75 करोड़ रुपये के शेयर रिजर्व हैं। इस आईपीओ के जरिए बैंक का 1200 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है।
यह दो महीने में तीसरा आईपीओ है, जिसकी जबरदस्त ओपनिंग हुई है। इससे पहले आईआरसीटीसी और सीएसबी बैंक का आईपीओ आया था। इन दोनों के बाद उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ भी पहले ही दिन फुल सब्स्क्राइब हो गया। इस साल 13 आईपीओ आए, जिसमें से 12 ने पॉजिटीव रिटर्न दिया है। सीएसबी बैंक का आईपीओ 87 गुना ज्यादा सब्स्क्राइब हुआ था।
एंकर इन्वेस्टर्स से जुटाए 303.75 करोड़ रुपये
आईपीओ के पहले ही एंकर इन्वेस्टर्स से बैंक ने 303.75 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। एंकर इन्वेस्टर्स की बिडिंग में गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर, मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस, सुंदरम एमएफ, गोल्डमैन साक्स इंडिया और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने हिस्सा लिया था।
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज है होल्डिंग कंपनी
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की होल्डिंग कंपनी है। साल 2016 में उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज पब्लिक कंपनी बनी थी। देशभर में इसके कुल 474 ब्रांच हैं, जिसमें से 120 ब्रांच छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में हैं। बता दें कि बैंक के ज्यादातर ब्रांच कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होने का आदेश दिया था।