भारत में नई कारों से साथ-साथ सेकंड हैंड गाड़ियों का बाजार भी काफी बड़ा है। जो लोग एक नई कार खरीदने में सक्षम नहीं होते ऐसे लोग ही सेकंड हैंड गाड़ियों की तरफ मूव करते हैं। सेकंड हैंड कार मार्किट में सबसे ज्यादा डिमांड तो मारुति सुजुकी की कारों की होती है। मारुति की ऑल्टो, स्विफ्ट और वैगन-आर की मांग सबसे ज्यादा होती है। मारुति ने ग्राहकों के लिए True Value सेकंड हैंड शोरूम इसलिए खोला ताकि पुरानी कार खरीदने वालों को भरोसे के साथ कार खरीदने का मौका मिलता है।
मारुति सुजुकी True Value पर एक सिल्वर कलर की सेकंड हैंड स्विफ्ट सेल पर है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार ये कार 2007 का मॉडल है जो 85,632 किलोमीटर तक चली है। इसकी डिमांड 65,000 रुपये रखी है। अगर आपको यह मॉडल पसंद आता है तो आप ट्रू वैल्यू से संपर्क कर सकते हैं। मॉडल की डिटेल्स नीचे दी गई हैं।
- मॉडल: मारुति स्विफ्ट 2007
- कितना चाली है?: 85,632km
- फ्यूल : पेट्रोल
- ओनर: 1st
- कलर: सिल्वर
- डिमांड: 65000 रुपये
मारुति सुजुकी True Value वेबसाइट पर एक सफेद कलर की ऑल्टो देखी जा सकती है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार ये कार 2006 का मॉडल है जो 82,807 किलोमीटर तक चली है। इसकी डिमांड 85,000 रुपये रखी है। अगर आपको यह मॉडल पसंद आता है तो आप ट्रू वैल्यू से संपर्क कर सकते हैं। मॉडल की डिटेल्स नीचे दी गई हैं।
- मॉडल: मारुति ऑल्टो 2006
- कितना चाली है?: 82,807km
- फ्यूल : पेट्रोल
- ओनर: 3rd
- कलर: सफेद
- डिमांड: 85000 रुपये
मारुति सुजुकी की वैगन-आर चाहे नई हो या पुरानी, इस कार की डिमांड हमेशा तेज ही रहती है क्योकिंज्यादा स्पेस और बढ़िया परफॉरमेंस की वजह से फैमिली क्लास को वैगन-आर खूब भाती है। True Value वेबसाइट सिल्वर कलर की वैगन-आर देखने कोंमिल रही है।वेबसाइट के अनुसार ये कार 2007 का मॉडल है जो 79,856 किलोमीटर तक चली है। इसकी डिमांड 90,000 रुपये रखी है। अगर आपको यह मॉडल पसंद आता है तो आप ट्रू वैल्यू से संपर्क कर सकते हैं। मॉडल की डिटेल्स नीचे दी गई हैं।
- मॉडल: मारुति वैगन-आर 2007
- कितना चाली है?: 79,856 km
- फ्यूल : पेट्रोल
- ओनर: 3rd
- कलर: सिल्वर
- डिमांड: 90000 रुपये
जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर कारों के बारे में जो भी जानकारी दी गई हैं वो सब मारुति सुजुकी True Value के आधार पर हैं। सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले गाड़ी की पूरी जानकारी, पेपर्स और हिस्ट्री आदि को जरूर चेक कर लें।
भारत में नई कारों से साथ-साथ सेकंड हैंड गाड़ियों का बाजार भी काफी बड़ा है। जो लोग एक नई कार खरीदने में सक्षम नहीं होते ऐसे लोग ही सेकंड हैंड गाड़ियों की तरफ मूव करते हैं। सेकंड हैंड कार मार्किट में सबसे ज्यादा डिमांड तो मारुति सुजुकी की कारों की होती है। मारुति की ऑल्टो, स्विफ्ट और वैगन-आर की मांग सबसे ज्यादा होती है। मारुति ने ग्राहकों के लिए True Value सेकंड हैंड शोरूम इसलिए खोला ताकि पुरानी कार खरीदने वालों को भरोसे के साथ कार खरीदने का मौका मिलता है।