पिछले कई महीनों से जारी चिप संकट के कारण उत्पादन प्रभावित होने से नवंबर में भी वाहनों की बिक्री में गिरावट रही। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की कुल बिक्री इस दौरान 9 फीसदी घटकर 1,39,184 इकाई रही। 2020 के समान महीने में कंपनी ने कुल 1,53,223 वाहन बेचे थे।
हालांकि, वाहनों का निर्यात 9,004 इकाई से बढ़कर 21,393 इकाई पहुंच गया। आलोच्य महीने में दूसरी सबसे बड़ी वाहन कंपनी ह्यूंडई की कुल बिक्री भी 21 फीसदी गिरकर 46,910 इकाई रही, जबकि घरेलू बाजार में बिक्री 24 फीसदी कम होकर 37,001 इकाई रह गई। निर्यात भी 10,400 से घटकर 9,909 इकाई रह गया। हालांकि, तीसरी सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स की बिक्री पर चिप संकट का असर नहीं दिखा।
इन कंपनियों का ऐसा रहा हाल
कंपनी |
बिक्री |
तेजी/कमी |
टाटा मोटर्स |
62,192 |
25 फीसदी |
टोयोटा किर्लोस्कर |
13,003 |
53 फीसदी |
निसान इंडिया |
5,605 |
60 फीसदी |
महिंद्रा एंड महिंद्रा |
40,102 |
60 फीसदी |
एमजी मोटर |
2,482 |
40 फीसदी |
दोपहिया वाहनों की बिक्री भी घटी
बजाज ऑटो की दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री नवंबर में 12 फीसदी गिरकर 3,38,473 इकाई रह गई। नवंबर, 2020 में कुल 3,84,993 दोपहिया वाहन बेचे थे। इस दौरान टीवीएस मोटर ने कुल 2,57,863 दोपहिया वाहन बेचे, जो नवंबर, 2020 में बेचे गए कुल 3,11,519 दोपहिया वाहनों से 17 फीसदी कम है।
वाणिज्यिक वाहनों में उछाल, ट्रैक्टर में गिरावट
आलोच्य महीने में बजाज ऑटो के वाणिज्यिक वाहनों की कुल बिक्री 10 फीसदी बढ़कर 40,803 इकाई पहुंच गई। वीसी कमर्शियल व्हीकल लिमिटेड ने 4,085 वाणिज्यिक वाहन बेचे, जो नवंबर, 2020 से 10 फीसदी ज्यादा है।
हालांकि, अशोक लीलैंड की कुल बिक्री 2 फीसदी गिरकर 10,480 इकाई रही। इस दौरान एस्कॉर्ट्स लिमिटेड की ट्रैक्टर बिक्री 10,165 से 30 फीसदी घटकर 7,116 इकाई रह गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कुल 27,681 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल नवंबर से 15 फीसदी कम है।
विस्तार
पिछले कई महीनों से जारी चिप संकट के कारण उत्पादन प्रभावित होने से नवंबर में भी वाहनों की बिक्री में गिरावट रही। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की कुल बिक्री इस दौरान 9 फीसदी घटकर 1,39,184 इकाई रही। 2020 के समान महीने में कंपनी ने कुल 1,53,223 वाहन बेचे थे।
हालांकि, वाहनों का निर्यात 9,004 इकाई से बढ़कर 21,393 इकाई पहुंच गया। आलोच्य महीने में दूसरी सबसे बड़ी वाहन कंपनी ह्यूंडई की कुल बिक्री भी 21 फीसदी गिरकर 46,910 इकाई रही, जबकि घरेलू बाजार में बिक्री 24 फीसदी कम होकर 37,001 इकाई रह गई। निर्यात भी 10,400 से घटकर 9,909 इकाई रह गया। हालांकि, तीसरी सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स की बिक्री पर चिप संकट का असर नहीं दिखा।
इन कंपनियों का ऐसा रहा हाल
कंपनी |
बिक्री |
तेजी/कमी |
टाटा मोटर्स |
62,192 |
25 फीसदी |
टोयोटा किर्लोस्कर |
13,003 |
53 फीसदी |
निसान इंडिया |
5,605 |
60 फीसदी |
महिंद्रा एंड महिंद्रा |
40,102 |
60 फीसदी |
एमजी मोटर |
2,482 |
40 फीसदी |
दोपहिया वाहनों की बिक्री भी घटी
बजाज ऑटो की दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री नवंबर में 12 फीसदी गिरकर 3,38,473 इकाई रह गई। नवंबर, 2020 में कुल 3,84,993 दोपहिया वाहन बेचे थे। इस दौरान टीवीएस मोटर ने कुल 2,57,863 दोपहिया वाहन बेचे, जो नवंबर, 2020 में बेचे गए कुल 3,11,519 दोपहिया वाहनों से 17 फीसदी कम है।
वाणिज्यिक वाहनों में उछाल, ट्रैक्टर में गिरावट
आलोच्य महीने में बजाज ऑटो के वाणिज्यिक वाहनों की कुल बिक्री 10 फीसदी बढ़कर 40,803 इकाई पहुंच गई। वीसी कमर्शियल व्हीकल लिमिटेड ने 4,085 वाणिज्यिक वाहन बेचे, जो नवंबर, 2020 से 10 फीसदी ज्यादा है।
हालांकि, अशोक लीलैंड की कुल बिक्री 2 फीसदी गिरकर 10,480 इकाई रही। इस दौरान एस्कॉर्ट्स लिमिटेड की ट्रैक्टर बिक्री 10,165 से 30 फीसदी घटकर 7,116 इकाई रह गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कुल 27,681 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल नवंबर से 15 फीसदी कम है।