ब्रिटेन की कार्यवाहक प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट से दिए अपने अंतिम साक्षात्कार में कहा कि वह ब्रेग्जिट को मंजिल तक नहीं पहुंचा पाने से निराश जरूर हैं लेकिन उन्हें अपने कार्यकाल पर गर्व है।
टेरीजा ने भावुक होते हुए कहा कि वह यह नहीं समझ पाई कि ब्रेग्जिट को लेकर आखिर सांसदों ने उनका साथ क्यों नहीं दिया जबकि देश की जनता यह चाहती थी। मैंने उन्हें मनाने के लिए अपनी नौकरी तक दांव पर लगा दी, विपक्ष को साथ लाने की मैंने हर कोशिश की लेकिन अंत में विफल रही।
उनसे जब पूछा गया कि क्या वह ब्रेग्जिट नहीं होने की जिम्मेदारी लेती हैं तो टेरीजा ने कहा, नहीं। इसके लिए सांसद जिम्मेदार हैं जिन्होंने मेरी लाख कोशिशों के बाद इसे पूरा नहीं होने दिया। इसके खिलाफ वोट करने वाला हर शख्स जिम्मेदार है।
मुझे डायबिटीज हुई, फिर भी मैं नहीं रुकी
टेरीजा ने बताया कि उन्हें इस दौरान टाइप1 डायबिटीज भी हो गया था। जिस कारण उन्हें नियमित तौर पर इंजेक्शन लेना पड़ता है, फिर भी उन्होंने सेहत से जुड़ी समस्याओं को काम के आड़े नहीं आने दिया।
टेरीजा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कैश बढ़ाना, युवा बेरोजगारी आधी करना, कार्यस्थल पर महिलाओं की संख्या बढ़ाना, भत्तों में बढ़ोतरी जैसे प्रभावी फैसलों के लिए देश उन्हें दशकों तक याद रखेगा और उन्हें इनकों लेकर खुद पर गर्व है।
पुरुषों के रोना देशभक्ति, महिला रोए तो सवाल क्यों
टेरीजा मे ने कहा कि अगर पुरुष प्रधानमंत्री की आंखों से आंसू निकल आता है तो उन्हें महान देशभक्त बताया जाता है। कहा जाता है कि वे अपने देश से बेहद प्यार करते हैं, पर अगर महिला प्रधानमंत्री ऐसा करती है तो उसे यह बताना पड़ता है कि वह क्यों भावुक हुईं? दरअसल 24 मई को पीएम पद से हटने की घोषणा करते वक्तटेरीजा मे भावुक हो गई और उनके आंखों से आंसू आ गए थे। इस पर उठे सवालों पर टेरीजा ने आश्चर्य जताया।
ब्रिटेन की कार्यवाहक प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट से दिए अपने अंतिम साक्षात्कार में कहा कि वह ब्रेग्जिट को मंजिल तक नहीं पहुंचा पाने से निराश जरूर हैं लेकिन उन्हें अपने कार्यकाल पर गर्व है।
टेरीजा ने भावुक होते हुए कहा कि वह यह नहीं समझ पाई कि ब्रेग्जिट को लेकर आखिर सांसदों ने उनका साथ क्यों नहीं दिया जबकि देश की जनता यह चाहती थी। मैंने उन्हें मनाने के लिए अपनी नौकरी तक दांव पर लगा दी, विपक्ष को साथ लाने की मैंने हर कोशिश की लेकिन अंत में विफल रही।
उनसे जब पूछा गया कि क्या वह ब्रेग्जिट नहीं होने की जिम्मेदारी लेती हैं तो टेरीजा ने कहा, नहीं। इसके लिए सांसद जिम्मेदार हैं जिन्होंने मेरी लाख कोशिशों के बाद इसे पूरा नहीं होने दिया। इसके खिलाफ वोट करने वाला हर शख्स जिम्मेदार है।
मुझे डायबिटीज हुई, फिर भी मैं नहीं रुकी
टेरीजा ने बताया कि उन्हें इस दौरान टाइप1 डायबिटीज भी हो गया था। जिस कारण उन्हें नियमित तौर पर इंजेक्शन लेना पड़ता है, फिर भी उन्होंने सेहत से जुड़ी समस्याओं को काम के आड़े नहीं आने दिया।