वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Updated Sat, 25 Jul 2020 04:32 AM IST
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भारत और ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए अर्ली हार्वेस्ट करार को मंजूरी दी है। यह मंजूरी अपनी तरह के पहले वर्चुअल भारत-ब्रिटेन संयुक्त आर्थिक और व्यापार समिति (जेटको) के सम्मेलन में दी गई। वाणिज्य एवं उद्योग व रेल मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन की विदेश व्यापार मंत्री लिज ट्रूस ने लगातार बैठककर इस करार की उपलब्धियों को हासिल करने पर सहमति भी जताई।
दोनों ने आने वाले महीनों में नई दिल्ली में बैठक की योजना भी बनाई। दरअसल, दो कारोबारी भागीदारों के बीच अर्ली हार्वेस्ट स्कीम मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में अहम कदम है। इससे दोनों कारोबारी देश उन उत्पादों या वस्तुओं की पहचान करते हैं, जिन पर शुल्क लगाए जाने के प्रति उदारता बरती जाती है। यह एक तरह से विश्वास बहाली के उपाय हैं।
भारत और ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए अर्ली हार्वेस्ट करार को मंजूरी दी है। यह मंजूरी अपनी तरह के पहले वर्चुअल भारत-ब्रिटेन संयुक्त आर्थिक और व्यापार समिति (जेटको) के सम्मेलन में दी गई। वाणिज्य एवं उद्योग व रेल मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन की विदेश व्यापार मंत्री लिज ट्रूस ने लगातार बैठककर इस करार की उपलब्धियों को हासिल करने पर सहमति भी जताई।
दोनों ने आने वाले महीनों में नई दिल्ली में बैठक की योजना भी बनाई। दरअसल, दो कारोबारी भागीदारों के बीच अर्ली हार्वेस्ट स्कीम मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में अहम कदम है। इससे दोनों कारोबारी देश उन उत्पादों या वस्तुओं की पहचान करते हैं, जिन पर शुल्क लगाए जाने के प्रति उदारता बरती जाती है। यह एक तरह से विश्वास बहाली के उपाय हैं।