वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मालपा
Published by: Rohit Ojha
Updated Thu, 18 Jun 2020 04:50 PM IST
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद नेपाल ने भी इंडो-नेपाल सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। खबर है कि गुरुवार को नेपाल ने धारचूला से 55 किलोमीटर दूर काली नाडी, मालपा में अपनी सीमा पुलिस और सेना के लिए अस्थायी हेलीपैड का निर्माण और अस्थायी टेंट लगाता हुआ दिखाई दिया है।
नेपाल के इस कदम के बाद भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान इंटेलिजेंस एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। भारत व नेपाल की सीमा धारचूला के पास मिलती है जहां पर रानीखेत फ्रंटियर की 11 वाहिनी कार्यरत है।
भारत की ओर से कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट पर लिपुलेख तक सड़क बनाने से बौखलाए नेपाल ने भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपने नक्शे में शामिल तो किया ही है, साथ ही सीमा पर सैन्य गतिविधियां भी बढ़ा दी हैं।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद नेपाल ने भी इंडो-नेपाल सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। खबर है कि गुरुवार को नेपाल ने धारचूला से 55 किलोमीटर दूर काली नाडी, मालपा में अपनी सीमा पुलिस और सेना के लिए अस्थायी हेलीपैड का निर्माण और अस्थायी टेंट लगाता हुआ दिखाई दिया है।
नेपाल के इस कदम के बाद भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान इंटेलिजेंस एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। भारत व नेपाल की सीमा धारचूला के पास मिलती है जहां पर रानीखेत फ्रंटियर की 11 वाहिनी कार्यरत है।
भारत की ओर से कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट पर लिपुलेख तक सड़क बनाने से बौखलाए नेपाल ने भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपने नक्शे में शामिल तो किया ही है, साथ ही सीमा पर सैन्य गतिविधियां भी बढ़ा दी हैं।