ब्रिटेन में डॉक्टरों ने एक ऐसी बच्ची की जान बचाई है। जिसका दिल जन्म से शरीर से बाहर था। डॉक्टरों ने इस जन्मजात बीमारी को एक्टोपिया कॉर्डिस बताया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टरों को यह सफलता करीब 14 महीने के लंबे संघर्ष के बाद मिली है। इलाज के बाद बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ होने पर अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को घर ले जाने की इजाजत दे दी है।
उल्लेखनीय है कि हमारे देश में भी साल 2009 में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जिसमें एम्स दिस्ली के डॉक्टरों ने 10 दिन के शिशु का सफल ऑपरेशन किया था। जानकारी के अनुसार, ब्रिटेन में इस तरह का यह पहला मामला है, जब एक बच्चे को जन्मजात एक्टोपिया कॉर्डिस होने के बाद सफल इलाज कर बचाया जा सका।
बता दें कि गर्भावस्था के नौवें महीने में जांच के दौरान नाओमी फिंडले को बच्चे में बीमारी की बात पता चल गई थी। स्कैनिंग के दौरान बच्ची का हृदय शरीर के बाहर विकसित हो रहा था। इक्टोपिया कॉर्डिस एक जन्मजात बीमारी है, जिसमें हृदय जन्म के समय अपने नियत जगह पर न होकर छाती के बाहर उभर आता है।