Hindi News
›
World
›
China calls Maldives non-participation regrettable, know all about
{"_id":"63856e95c9963c4bde315d20","slug":"chinese-embassy-in-male-calls-maldives-non-participation-in-indian-ocean-forum-meet-regrettable","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maldives: हिंद महासागर मंच की बैठक में मालदीव के भाग नहीं लेने पर भड़का चीन, बयान जारी कर जताया अफसोस","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
Maldives: हिंद महासागर मंच की बैठक में मालदीव के भाग नहीं लेने पर भड़का चीन, बयान जारी कर जताया अफसोस
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, माले
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 29 Nov 2022 08:28 AM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
चीन की मेजबानी में हुई इस बैठक में मालदीव के अलावा ऑस्ट्रेलिया ने भी शिरकत नहीं की। मालदीव का इसमें शामिल नहीं होना इसलिए भी अहम है कि वह चीन का बड़ा कर्जदार होने के बाद भी उसके दबाव में नहीं आया और इस बैठक में शामिल नहीं हुआ।
चीन-हिंद महासागर क्षेत्र विकास सहयोग मंच की 21 नवंबर को हुई बैठक में मालदीव के शामिल नहीं होने से चीन खफा हो गया है। माले स्थित चीनी दूतावास ने बाकायदा बयान जारी अफसोस जताया है।
चीन की मेजबानी में हुई इस बैठक में मालदीव के अलावा ऑस्ट्रेलिया ने भी शिरकत नहीं की। मालदीव का इसमें शामिल नहीं होना इसलिए भी अहम है कि वह चीन का बड़ा कर्जदार होने के बाद भी उसके दबाव में नहीं आया और इस बैठक में शामिल नहीं हुआ।
माले स्थित चीनी दूतावास ने बयान में कहा कि यदि मालदीव इसमें शामिल होता तो उसे जलवायु परिवर्तन पर अपनी चिंताओं को दूर करने और 'ब्लू अर्थव्यवस्था' (blue economy) को बढ़ावा देने में मदद मिलती। ब्लू या नीली अर्थव्यवस्था से आशय समुद्री संसाधनों के आधार पर ऐसी आर्थिक गतिविधियां करना, जिनसे पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे है। मालदीव के सरकारी अधिकारियों को बैठक में निमंत्रण दिया गया था। अफसोस की बात है कि मालदीव सरकार के अधिकारियों ने इसमें भाग नहीं लिया।
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने 21 नवंबर हुई 'चीन-हिंद महासागर क्षेत्र विकास सहयोग मंच' की बैठक में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। मालदीव ने बयान जारी कर कहा था कि विदेश मंत्रालय स्पष्ट करना चाहता है कि मालदीव सरकार ने विकास सहयोग मंच की बैठक में भाग नहीं लिया और 15 नवंबर को ही चीन (पीआरसी) को अपने फैसले से अवगत करा दिया था।
श्रीलंका, पाकिस्तान, मालदीव चीन के बड़े कर्जदार
श्रीलंका, पाकिस्तान और मालदीव चीन के सबसे बड़े कर्जदारों में से हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, चीना का पाकिस्तान पर 77.3 अरब डॉलर का बाहरी कर्ज बकाया है। मालदीवा का कुल कर्ज उसकी राष्ट्रीय आय (जीएनआई) का 31 फीसदी है।
ऑस्ट्रेलिया ने भी नहीं बैठक में हिस्सा
मालदीव के अलावा ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन की मेजबानी में हुई बैठक में भाग नहीं लिया था। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ'फारेल ट्वीट कर यह जानकारी दी थी।
विज्ञापन
यून्नान के कुनमिंग में हुई थी बैठक
यह बैठक चीन के युन्नान प्रांत के कुनमिंग में हुई थी। यह 'साझा विकास: ब्लू इकोनॉमी के सिद्धांत और कार्यक्रम' विषय पर चीन अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी (CIDCA) द्वारा आयोजित की गई थी। एजेंसी और युन्नान प्रांत की पीपुल्स सरकार ने वैश्विक महाशक्ति के तौर पर चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षा के बीच नीली अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए इसका आयोजन किया था।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।