आज देश उन्हें याद कर रहा है जिनकी कलम ने अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिलाकर रख दी थी। जिनके ‘‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा” के नारे ने पूरे देश में क्रांति ला दी थी। चलिए याद करते हैं गणेश महोत्सव की शुरुवात करनेवाले और जेल में रहकर गीता रहस्य जैसी अमूल्य किताब की रचना करनेवाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को।