इंडियन ओलंपिक संघ (आईओए) पर लगे निलंबन को जल्द से हटाने के लिए खेल मंत्री जितेंद्र सिंह हर प्रयास करने को तैयार हैं। यहां आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री ने कहा कि वह इसके लिए लुसाने जाकर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अधिकारियों से भी मिलने को तैयार हैं।
टेरी युवा सम्मेलन 2013 में हिस्सा लेने आए खेल मंत्री ने कहा, ‘भारत सरकार से आईओसी ने बात करने की इच्छा जताई है। मुझे खुशी है कि इस मामले में जल्दी ही हमारी बातचीत होगी। हम मामले से जुडे़ सभी लोगों से बात कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जल्दी ही इसका कोई न कोई हल निकल आएगा।
अगर विवाद को सुलझाने के लिए मुझे मुझे लुसाने जाना पड़ा तो मैं वहां भी जाऊंगा। हालांकि इससे पहले हमें अपने स्तर पर सभी मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। मैं एक बार फिर कहूंगा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मुझे लुसाने जाने में कोई गुरेज नहीं है।’
गौरतलब है कि पिछले साल पांच दिसंबर को आईओए के चुनाव से ठीक एक दिन पहले आईओसी ने आईओए को निलंबित कर दिया था। आईओसी ने यह कहते हुए भारतीय संघ को निलंबित कर दिया था कि यहां संघ के चुनावों में सरकारी हस्तक्षेप हो रहा है और कॉमनवेल्थ गेम्स घोटालों के एक दागी को महासचिव चुना गया है।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अपने संविधान से एक विवादित नियम हटाने और तीन शीर्ष पदों के लिए फिर से चुनाव कराने के मुद्दे पर खेल मंत्री ने कहा कि उन्हें अभी इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
इंडियन ओलंपिक संघ (आईओए) पर लगे निलंबन को जल्द से हटाने के लिए खेल मंत्री जितेंद्र सिंह हर प्रयास करने को तैयार हैं। यहां आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री ने कहा कि वह इसके लिए लुसाने जाकर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अधिकारियों से भी मिलने को तैयार हैं।
टेरी युवा सम्मेलन 2013 में हिस्सा लेने आए खेल मंत्री ने कहा, ‘भारत सरकार से आईओसी ने बात करने की इच्छा जताई है। मुझे खुशी है कि इस मामले में जल्दी ही हमारी बातचीत होगी। हम मामले से जुडे़ सभी लोगों से बात कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जल्दी ही इसका कोई न कोई हल निकल आएगा।
अगर विवाद को सुलझाने के लिए मुझे मुझे लुसाने जाना पड़ा तो मैं वहां भी जाऊंगा। हालांकि इससे पहले हमें अपने स्तर पर सभी मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। मैं एक बार फिर कहूंगा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मुझे लुसाने जाने में कोई गुरेज नहीं है।’
गौरतलब है कि पिछले साल पांच दिसंबर को आईओए के चुनाव से ठीक एक दिन पहले आईओसी ने आईओए को निलंबित कर दिया था। आईओसी ने यह कहते हुए भारतीय संघ को निलंबित कर दिया था कि यहां संघ के चुनावों में सरकारी हस्तक्षेप हो रहा है और कॉमनवेल्थ गेम्स घोटालों के एक दागी को महासचिव चुना गया है।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अपने संविधान से एक विवादित नियम हटाने और तीन शीर्ष पदों के लिए फिर से चुनाव कराने के मुद्दे पर खेल मंत्री ने कहा कि उन्हें अभी इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।