देश की दिग्गज संगीत कंपनियों के मुकाबले एक छोटी सी कंपनी टी सीरीज खोलकर उसे देश की सबसे बड़ी संगीत कंपनी बना देने के लिए इसके संस्थापक गुलशन कुमार को आज भी याद किया जाता है। गुलशन कुमार ने हिंदुस्तान में संगीत की लोकप्रियता को गांव गांव तक पहुंचाया और सस्ती कीमतों पर भजन व फिल्मी गानों के कैसेट घर घर पहुंचाए। गुलशन कुमार ने ही एक प्रयोग और किया था, गानों के अलबम निकालने का और गाने हिट हो जाने पर उन्हें एक कहानी में पिरोकर वीएचएस फिल्म बना देने का। ‘लाल दुपट्टा मलमल का’ और ‘जीना तेरी गली में’ ये प्रयोग सुपरहिट रहा। फिल्म ‘आशिकी’ भी ऐसे ही बनी। इसके सारे गाने रिकॉर्ड हो चुके थे, अलबम बाजार में आ चुका था। निर्देशक महेश भट्ट ने ये गाने सुने तो उन्होंने इन पर भी एक फिल्म बनाने के लिए गुलशन कुमार के सामने जिद की। उन्होंने कहा कि वह खुद ही ये फिल्म लिखेंगे भी और निर्देशित भी करेंगे। महेश भट्ट इन दिनों चर्चा में हैं अपनी नई फिल्म ‘सड़क 2’ को लेकर और इसका संगीत भी लोग पसंद खूब कर रहे हैं।