शनि अब कुछ ही दिनों के बाद वक्री चाल से चलने वाले हैं। वक्री चाल से मतलब उल्टी चाल से हैं। सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले शनि ग्रह 24 जनवरी 2020 से मकर राशि में हैं। मकर राशि शनिदेव की स्वयं की राशि हैं। शनि जब भी किसी एक राशि को छोड़कर अगली राशि में प्रवेश करते हैं तब किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती सवार हो जाती है। शनि की साढ़ेसाती आरंभ होने पर कई तरह की परेशानियां, बीमारियां और कष्ट मिलने आरंभ हो जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं साल 2021 में किन-किन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। शनि की साढ़ेसाती किसी राशि पर तीन चरणों में आती है। साढ़ेसाती का अंतिम चरण ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला नहीं होता, लेकिन जातक के जीवन में परेशानी बन रहती है। पूरी तरह से साल 2023 से धनु राशि पर से शनि साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी।
मकर राशि
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। दूसरा चरण चलने की वजह से सही समय पर आपके काम नहीं बन रहे होंगे। बीमारियां घेरे हुई हैं और लगातार आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। 2025 में मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती खत्म होगी। शनि जब मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी।
कुंभ राशि
शनि के मकर राशि में गोचर करने के कारण कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। कुंभ राशि पर साढ़ेसाती होने की वजह से कई तरह की परेशानियां पीछा करती हैं। कुंभ राशि से पूरी तरह शनि की साढ़ेसाती 23 जनवरी 2028 को हटेगी।