खेल विभाग की ओर से क्रिकेट में नई प्रतिभाओं की खोज के लिए 2007 में शुरू की गई चंडीगढ़ क्रिकेट अकादमी के प्रति युवा क्रिकेटरों की रुचि कम आंकी जा रही है। स्पोर्ट्स विभाग की ओर से बुधवार को एकेडमी की भर्ती के लिए सेक्टर 16 क्रिकेट स्टेडियम में ट्रायल कराए गए।
एकेडमी के लिए यह तीसरी भर्ती प्रक्रिया रही। इसमें शहर के कुल 3 प्रतिशत बच्चों ने हिस्सा लिया। चयन प्रक्रिया में दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों ने सबसे अधिक रुचि दिखाई। स्टेडियम में हुए ट्रायल या में हिस्सा लेने केलिए यूपी के सबसे अधिक युवा क्रिकेर्ट्स पहुंचे।
क्रिकेट अकादमी के लिए अंडर-12 आयु वर्ग के खिलाड़ियों की तीसरी चयन प्रक्रिया बुधवार को आयोजित की गई। जिसमें कुल 200 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इसमें शहर के सिर्फ 3 प्रतिशत खिलाड़ी शामिल थे। विभाग की ओर से इससे पूर्व 2 चयन प्रक्रिया और आयोजित की गई थी।
इसमें पहले से चार और दूसरे से पांच कुल 9 ही बच्चे चुने जा सके थे। जबकि अकादमी में खिलाड़ियों की 21 संख्या होनी जरूरी है। क्रिकेट एकेडमी में शहर के युवाओं के सबसे कम रुचि होने का सबसे बड़ा कारण है कि शहर की क्रिकेट एसोसिएशन मान्यता प्राप्त नहीं है।
इसकी कारण यहां के खिलाड़ी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल से खेल रहे हैं। खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया के लिए क्राइटेरिया काफी कठिन बताया जा रहा है। जैसे कि 800 मीटर की दौड़ तीन मिनट में पूरी होनी चाहिए। खिलाड़ियों की लंबाई 145 सेंटीमीटर होनी चाहिए और लांग जंप, मेडिसन थ्रो, स्प्रिंट दौड़ के लिए अंक मिलते हैं।
खेल विभाग की ओर से क्रिकेट में नई प्रतिभाओं की खोज के लिए 2007 में शुरू की गई चंडीगढ़ क्रिकेट अकादमी के प्रति युवा क्रिकेटरों की रुचि कम आंकी जा रही है। स्पोर्ट्स विभाग की ओर से बुधवार को एकेडमी की भर्ती के लिए सेक्टर 16 क्रिकेट स्टेडियम में ट्रायल कराए गए।
एकेडमी के लिए यह तीसरी भर्ती प्रक्रिया रही। इसमें शहर के कुल 3 प्रतिशत बच्चों ने हिस्सा लिया। चयन प्रक्रिया में दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों ने सबसे अधिक रुचि दिखाई। स्टेडियम में हुए ट्रायल या में हिस्सा लेने केलिए यूपी के सबसे अधिक युवा क्रिकेर्ट्स पहुंचे।
क्रिकेट अकादमी के लिए अंडर-12 आयु वर्ग के खिलाड़ियों की तीसरी चयन प्रक्रिया बुधवार को आयोजित की गई। जिसमें कुल 200 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इसमें शहर के सिर्फ 3 प्रतिशत खिलाड़ी शामिल थे। विभाग की ओर से इससे पूर्व 2 चयन प्रक्रिया और आयोजित की गई थी।
इसमें पहले से चार और दूसरे से पांच कुल 9 ही बच्चे चुने जा सके थे। जबकि अकादमी में खिलाड़ियों की 21 संख्या होनी जरूरी है। क्रिकेट एकेडमी में शहर के युवाओं के सबसे कम रुचि होने का सबसे बड़ा कारण है कि शहर की क्रिकेट एसोसिएशन मान्यता प्राप्त नहीं है।
इसकी कारण यहां के खिलाड़ी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल से खेल रहे हैं। खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया के लिए क्राइटेरिया काफी कठिन बताया जा रहा है। जैसे कि 800 मीटर की दौड़ तीन मिनट में पूरी होनी चाहिए। खिलाड़ियों की लंबाई 145 सेंटीमीटर होनी चाहिए और लांग जंप, मेडिसन थ्रो, स्प्रिंट दौड़ के लिए अंक मिलते हैं।