वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति पद की दौड़ में गिना जा रहा है। हालांकि प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रमुख उम्मीदवार के रूप में उभरकर सामने आने की अटकलों को खारिज किया। राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों में सहमति है। यूपीए में अहम सहयोगी तृणमूल और सपा ने भी प्रणब की दावेदारी पर ऐतराज नहीं जताया है।
प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के संकटमोचक के रूप में जाने जाते हैं। कई मौकों पर प्रणब दा ने पार्टी को गंभीर संकटों से उबारा है। प्रणब मुखर्जी को 1984 में दुनिया के शीर्ष पांच वित्तमंत्रियों की सूची में स्थान दिया गया था। पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले मुखर्जी राजनीति और सत्ता के गलियारों के पुराने मुसाफिर रहे हैं।