भारत में कृत्रिम गर्भाधान का चलन तेज होने के कारण विदेशियों का ध्यान इस ओर आकर्षित हुआ है। फिलहाल इस संबंध में कोई कानून न होने के कारण स्पर्म की आसान उपलब्धता विदेशियों को अपनी ओर खींच रही है। दूसरा और अहम कारण है पश्चिमी देशों लगातार होती स्पर्म की कमी। पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी देशों में हर साल दो प्रतिशत की दर से पुरुषों में मौजूद स्पर्म की संख्या में कमी आ रही है। ऐसे में बच्चा चाहने वाले विदेशियों के लिए भारत एक मुफीद जगह है।