2014 लोकसभा चुनावों के लिए यशवंत सिन्हा द्वारा भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम उछाले जाने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सियासी घमासान छिड़ गया है।
भाजपा की सहयोगी पार्टियों जनता दल (यूनाईटेड) और शिवसेना ने नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी पर विरोध जताया है, जबकि भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि अभी 2013 है, 2014 नहीं आया है तो प्रधानमंत्री पद पर अभी चर्चा क्यों करें। उन्होंने कहा कि पार्टी उपयुक्त समय में उपयुक्त फैसला ले लेगी।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना प्रधानमंत्री पद के लिए सुषमा स्वराज को ही उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि बाल ठाकरे पहले ही सुषमा का समर्थन कर चुके हैं और पार्टी आज भी उसी मत पर कायम है। वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कोई भी हो लेकिन मोदी स्वीकार नहीं हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को यशवंत सिन्हा ने मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग की। एनडीए में मोदी की सबसे ज्यादा मुखालफत करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आंख दिखाते हुए सिन्हा ने कहा कि यदि वे गठबंधन छोड़ना चाहें तो छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि किसी एक अकेले नेता को सांप्रदायिक कहना गलत है। सांप्रदायिक होती है तो पूरी पार्टी होती है। इसलिए किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाना गलत है।
जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी ने इसे सिन्हा की निजी राय बताते हुए कहा कि यह भाजपा की आधिकारिक राय नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू इस मुद्दे पर पहले ही अपना रुख साफ कर चुका है। इस बारे में नीतीश कुमार भाजपा नेताओं को अवगत करा चुके हैं
भाजपा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा था कि नरेंद्र मोदी बहुत ही लोकप्रिय नेता हैं। लेकिन भाजपा से पीएम पद की उम्मीदवारी पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। यह पार्टी का संसदीय बोर्ड ही तय करेगा।
2014 लोकसभा चुनावों के लिए यशवंत सिन्हा द्वारा भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम उछाले जाने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सियासी घमासान छिड़ गया है।
भाजपा की सहयोगी पार्टियों जनता दल (यूनाईटेड) और शिवसेना ने नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी पर विरोध जताया है, जबकि भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि अभी 2013 है, 2014 नहीं आया है तो प्रधानमंत्री पद पर अभी चर्चा क्यों करें। उन्होंने कहा कि पार्टी उपयुक्त समय में उपयुक्त फैसला ले लेगी।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना प्रधानमंत्री पद के लिए सुषमा स्वराज को ही उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि बाल ठाकरे पहले ही सुषमा का समर्थन कर चुके हैं और पार्टी आज भी उसी मत पर कायम है। वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कोई भी हो लेकिन मोदी स्वीकार नहीं हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को यशवंत सिन्हा ने मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग की। एनडीए में मोदी की सबसे ज्यादा मुखालफत करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आंख दिखाते हुए सिन्हा ने कहा कि यदि वे गठबंधन छोड़ना चाहें तो छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि किसी एक अकेले नेता को सांप्रदायिक कहना गलत है। सांप्रदायिक होती है तो पूरी पार्टी होती है। इसलिए किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाना गलत है।
जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी ने इसे सिन्हा की निजी राय बताते हुए कहा कि यह भाजपा की आधिकारिक राय नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू इस मुद्दे पर पहले ही अपना रुख साफ कर चुका है। इस बारे में नीतीश कुमार भाजपा नेताओं को अवगत करा चुके हैं
भाजपा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा था कि नरेंद्र मोदी बहुत ही लोकप्रिय नेता हैं। लेकिन भाजपा से पीएम पद की उम्मीदवारी पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। यह पार्टी का संसदीय बोर्ड ही तय करेगा।