एनडीए में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सियासत तेज हो गई है। भाजपा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मुहिम ने जोर पकड़ लिया है।
हालांकि शिवसेना और जद (यू) मोदी के नाम पर सहमत नहीं दिख रहे हैं। शिवसेना ने मोदी की बजाए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज को पीएम पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। पार्टी नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि दिवंगत बाला साहब ठाकरे ने भी सुषमा के नाम का समर्थन किया था। जनता दल (यू) भी नरेंद्र मोदी के नाम पर सहमत नहीं दिख रहा है।
वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के बाद अब सीपी ठाकुर और राम जेठमलानी ने भी मोदी
को प्रधानमंत्री पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। साथ ही इन नेताओं
ने पार्टी से मोदी के नाम का ऐलान करने की मांग की है। वैसे एनडीए में इस
मुद्दे पर अलग-अलग सुर सुनाई दे रहे हैं।
सोमवार को यशवंत सिन्हा ने मोदी के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद मंगलवार को राम जेठमलानी ने मोदी के पक्ष में ताल ठोकते हुए उन्हें सौ फीसदी सेक्युलर नेता करार दिया। जेठमलानी ने मोदी को पीएम पद के उम्मीदवार के लिए सर्वोत्तम उम्मीदवार बताया।
उधर, पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सीपी ठाकुर भी मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग पर मैदान में कूद पड़े हैं। माना जा रहा है कि मोदी के समर्थन की यह मुहिम और तेज होगी। खासतौर पर शत्रुघ्न सिन्हा, बलबीर पुंज व महेश जेठमलानी समेत कई नेता जल्द ही मोदी के समर्थन में मैदान में उतर सकते हैं।
भाजपा के लिए दिल्ली अभी भी दूर: मनीष
केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा के लिए दिल्ली की सत्ता अभी दूर है। भाजपा लगातार दो लोकसभा चुनावों में केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार से शिकस्त खा चुकी है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि भाजपा ने 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी और 2009 में लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर आम चुनाव लड़ा लेकिन दोनों में ही उसे हार का सामना करना पड़ा। 2014 का लोकसभा चुनाव दूर है और भाजपा के लिए भी दिल्ली अभी दूर है।
भाजपा में जो भी चल रहा है वह और कुछ नहीं, बल्कि दिवास्वप्न है। वे ऐसी चीज के लिए लड़ रहे हैं, जो होने नहीं जा रहा है। दूर-दूर तक इस बात की संभावना नहीं है कि उन्हें इतनी सीटें मिलेंगी कि वे सरकार बना सकें।- राशिद अल्वी, कांग्रेस प्रवक्ता
धर्मनिरपेक्षता की मेरी परिभाषा में मोदी 100 फीसदी धर्मनिरपेक्ष हैं। साथ ही वे पीएम पद के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं।--- राम जेठमलानी, राज्यसभा सांसद
हम महसूस करते हैं कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए सुषमा स्वराज सबसे उपयुक्त हैं। पार्टी के पूर्व सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे ने भी स्वराज को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने का समर्थन किया था। - संजय राउत, शिवसेना प्रवक्ता
एनडीए में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सियासत तेज हो गई है। भाजपा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मुहिम ने जोर पकड़ लिया है।
हालांकि शिवसेना और जद (यू) मोदी के नाम पर सहमत नहीं दिख रहे हैं। शिवसेना ने मोदी की बजाए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज को पीएम पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। पार्टी नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि दिवंगत बाला साहब ठाकरे ने भी सुषमा के नाम का समर्थन किया था। जनता दल (यू) भी नरेंद्र मोदी के नाम पर सहमत नहीं दिख रहा है।
वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के बाद अब सीपी ठाकुर और राम जेठमलानी ने भी मोदी
को प्रधानमंत्री पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। साथ ही इन नेताओं
ने पार्टी से मोदी के नाम का ऐलान करने की मांग की है। वैसे एनडीए में इस
मुद्दे पर अलग-अलग सुर सुनाई दे रहे हैं।
सोमवार को यशवंत सिन्हा ने मोदी के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद मंगलवार को राम जेठमलानी ने मोदी के पक्ष में ताल ठोकते हुए उन्हें सौ फीसदी सेक्युलर नेता करार दिया। जेठमलानी ने मोदी को पीएम पद के उम्मीदवार के लिए सर्वोत्तम उम्मीदवार बताया।
उधर, पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सीपी ठाकुर भी मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग पर मैदान में कूद पड़े हैं। माना जा रहा है कि मोदी के समर्थन की यह मुहिम और तेज होगी। खासतौर पर शत्रुघ्न सिन्हा, बलबीर पुंज व महेश जेठमलानी समेत कई नेता जल्द ही मोदी के समर्थन में मैदान में उतर सकते हैं।
भाजपा के लिए दिल्ली अभी भी दूर: मनीष
केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा के लिए दिल्ली की सत्ता अभी दूर है। भाजपा लगातार दो लोकसभा चुनावों में केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार से शिकस्त खा चुकी है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि भाजपा ने 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी और 2009 में लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर आम चुनाव लड़ा लेकिन दोनों में ही उसे हार का सामना करना पड़ा। 2014 का लोकसभा चुनाव दूर है और भाजपा के लिए भी दिल्ली अभी दूर है।
भाजपा में जो भी चल रहा है वह और कुछ नहीं, बल्कि दिवास्वप्न है। वे ऐसी चीज के लिए लड़ रहे हैं, जो होने नहीं जा रहा है। दूर-दूर तक इस बात की संभावना नहीं है कि उन्हें इतनी सीटें मिलेंगी कि वे सरकार बना सकें।
- राशिद अल्वी, कांग्रेस प्रवक्ता
धर्मनिरपेक्षता की मेरी परिभाषा में मोदी 100 फीसदी धर्मनिरपेक्ष हैं। साथ ही वे पीएम पद के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं।
--- राम जेठमलानी, राज्यसभा सांसद
हम महसूस करते हैं कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए सुषमा स्वराज सबसे उपयुक्त हैं। पार्टी के पूर्व सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे ने भी स्वराज को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने का समर्थन किया था।
- संजय राउत, शिवसेना प्रवक्ता