मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम में मुख्य लेखा अधिकारी के रूप में पदस्थ भूपेंद्र सिंह भाटी के निवास पर रविवार को लोकायुक्त छापे की कार्रवाई हुई। इस दौरान कम से कम तीन करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला।
लोकायुक्त पुलिस सूत्रों के अनुसार, भाटी के यहां कालानी बाग स्थित आवास पर छापे की कार्रवाई की गई। इस दौरान देवास और इंदौर में कम से कम तीन आवासीय संपत्ति और जिले के ग्रामीण अंचलों में कृषि भूमि होने संबंधी दस्तावेज मिले हैं। भाटी के परिजनों के नाम पर मंदसौर जिले में भी दस एकड़ कृषि भूमि का पता चला है।
छापे में बीमा पालिसियों, बैंकों में सावधि जमा रसीदों, गहने और अन्य मूल्यवान वस्तुएं उसके पास होने का पता चला है। एक लॉकर का भी पता चला है, जिसे सोमवार को खोला जाएगा। अभी तक मिली संपत्ति का मूल्य कम से कम तीन करोड़ रुपये आंका गया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम में मुख्य लेखा अधिकारी के रूप में पदस्थ भूपेंद्र सिंह भाटी के निवास पर रविवार को लोकायुक्त छापे की कार्रवाई हुई। इस दौरान कम से कम तीन करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला।
लोकायुक्त पुलिस सूत्रों के अनुसार, भाटी के यहां कालानी बाग स्थित आवास पर छापे की कार्रवाई की गई। इस दौरान देवास और इंदौर में कम से कम तीन आवासीय संपत्ति और जिले के ग्रामीण अंचलों में कृषि भूमि होने संबंधी दस्तावेज मिले हैं। भाटी के परिजनों के नाम पर मंदसौर जिले में भी दस एकड़ कृषि भूमि का पता चला है।
छापे में बीमा पालिसियों, बैंकों में सावधि जमा रसीदों, गहने और अन्य मूल्यवान वस्तुएं उसके पास होने का पता चला है। एक लॉकर का भी पता चला है, जिसे सोमवार को खोला जाएगा। अभी तक मिली संपत्ति का मूल्य कम से कम तीन करोड़ रुपये आंका गया है।