भारतीय सेना की चीनी सैनिकों की नापाक हरकतों पर नजर रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगते चुमार सेक्टर में फिर से निगरानी कैमरा लगाने की योजना है।
हाल ही में ऐसी खबरें आई थी कि 17 जून को घुसपैठ कर भारतीय सीमा में घुसे चीनी सैनिकों ने चुमार में बंकर तोड़ डाले थे और वहां पर लगा निगरानी कैमरा भी अपने साथ ले गए थे। भारत के विरोध दर्ज कराने पर 3 जुलाई को चीन ने कैमरा वापस कर दिया था।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस कैमरे का इस्तेमाल चुमार इलाके में चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जाता था। निगरानी कैमरा को फिर से उसी इलाके में लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे कैमरे एलएसी से लगते कई जगहों पर लगाए गए हैं और इनके जरिए भारतीय सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रख सकते हैं। खासकर चुमार इलाके में लगे कैमरे का इस्तेमाल भारतीय सैनिक कई बार अपने इलाके में चीनी सैनिकों की पेट्रोल पार्टी पर नजर रखने और रोकने के लिए करते हैं।
भारत और चीन एलएसी पर शांति बनाए रखने के लिए सीमा समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए काम कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान चीनी सैनिकों ने कई बार भारतीय सीमा में घुसपैठ की है।
रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री एके एंटनी की चीनी नेतृत्व के साथ मुलाकात के दौरान घुसपैठ और अन्य घटनाओं का मसला उठाया गया था लेकिन इस दौरान किसी विशेष घटना पर जोर नहीं दिया गया।
पिछले ही महीने चीनी सैनिक लद्दाख के चुमार सेक्टर में घुस आए थे। इसके पहले अप्रैल में भी चीनी सैनिक वहां पर घुसपैठ कर कई दिनों तक तंबू गाड़कर कब्जा जमाए रहे थे।
जून माह में घुसपैठ के दौरान चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना द्वारा निर्मित बंकरों को तहस नहस कर दिया और सीमा पोस्ट पर लगे कैमरों के तार भी काट दिए थे।
भारतीय सेना की चीनी सैनिकों की नापाक हरकतों पर नजर रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगते चुमार सेक्टर में फिर से निगरानी कैमरा लगाने की योजना है।
हाल ही में ऐसी खबरें आई थी कि 17 जून को घुसपैठ कर भारतीय सीमा में घुसे चीनी सैनिकों ने चुमार में बंकर तोड़ डाले थे और वहां पर लगा निगरानी कैमरा भी अपने साथ ले गए थे। भारत के विरोध दर्ज कराने पर 3 जुलाई को चीन ने कैमरा वापस कर दिया था।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस कैमरे का इस्तेमाल चुमार इलाके में चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जाता था। निगरानी कैमरा को फिर से उसी इलाके में लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे कैमरे एलएसी से लगते कई जगहों पर लगाए गए हैं और इनके जरिए भारतीय सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रख सकते हैं। खासकर चुमार इलाके में लगे कैमरे का इस्तेमाल भारतीय सैनिक कई बार अपने इलाके में चीनी सैनिकों की पेट्रोल पार्टी पर नजर रखने और रोकने के लिए करते हैं।
भारत और चीन एलएसी पर शांति बनाए रखने के लिए सीमा समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए काम कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान चीनी सैनिकों ने कई बार भारतीय सीमा में घुसपैठ की है।
रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री एके एंटनी की चीनी नेतृत्व के साथ मुलाकात के दौरान घुसपैठ और अन्य घटनाओं का मसला उठाया गया था लेकिन इस दौरान किसी विशेष घटना पर जोर नहीं दिया गया।
पिछले ही महीने चीनी सैनिक लद्दाख के चुमार सेक्टर में घुस आए थे। इसके पहले अप्रैल में भी चीनी सैनिक वहां पर घुसपैठ कर कई दिनों तक तंबू गाड़कर कब्जा जमाए रहे थे।
जून माह में घुसपैठ के दौरान चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना द्वारा निर्मित बंकरों को तहस नहस कर दिया और सीमा पोस्ट पर लगे कैमरों के तार भी काट दिए थे।