ब्रिटेन में एक पूर्व अध्यापिका ने ऐसी गुड़िया लॉन्च की है, जिसका चेहरा ही नहीं है। इस गुडिया की न आंख है, न ही नाक, जिसकी कीमत 25 पाउंड रखी गई है।
यह गुड़िया इस्लाम धर्म में लड़कियों की स्थिति को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिसमें लड़कियों को चेहरा एक हिजाब से ढक कर रखना होता है। इस गुड़िया का नाम रोमेसा दीनी डॉल (Romeisa Deeni Doll) है, जिसे रिदवाना बी (Rishwana B) ने डिजाइन किया है।
इस गुड़िया को चीन में बनाया गया है। रिदवाना का कहना है कि उन्हें इस तरह
की गुड़िया डिजाइन करने का आइडिया तब आया, जब उन्होंने कुछ ऐसे मां-बाप से
बात की, जिन्हें गुड़ियों की थोड़ी बहुत जानकारी थी।
रिदवाना से
बातचीत में लोगों ने उन्हें बताया कि वह रात को बच्चों के साथ गुड़िया को
नहीं छोड़ते हैं, क्योंकि इस्लाम के अनुसार रात में कमरे में किसी दूसरे की
आंख का होना गलत है।
लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के एक प्रोफेसर फवाज गेर्जेज (Fawaz Gerges) ने इस गुड़िया को एक बेवकूफी बता दिया है। फवाज मुस्लिम सोसाएटी और राजनीति के स्पेशलिस्ट हैं। प्रोफेसर ने कहा कि आज के समय में मुस्लिम लोग ग्लोबल कम्युनिटी का हिस्सा हैं, जो 21वीं सदी के लाइफस्टाइल में जी रहे हैं।
उनके अनुसार आज के समय में लोगों को छठी सेंचुरी की तरह बांध कर नहीं रखा जा सकता है। रिदवाना ने यह भी बताया कि अभी उन्होंने इस तरह की बहुत ही कम गुड़िया बनाई हैं, लेकिन उन्हें कई सारी गुड़िया के ऑर्डर मिल चुके हैं।
ब्रिटेन में एक पूर्व अध्यापिका ने ऐसी गुड़िया लॉन्च की है, जिसका चेहरा ही नहीं है। इस गुडिया की न आंख है, न ही नाक, जिसकी कीमत 25 पाउंड रखी गई है।
यह गुड़िया इस्लाम धर्म में लड़कियों की स्थिति को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिसमें लड़कियों को चेहरा एक हिजाब से ढक कर रखना होता है। इस गुड़िया का नाम रोमेसा दीनी डॉल (Romeisa Deeni Doll) है, जिसे रिदवाना बी (Rishwana B) ने डिजाइन किया है।
चीन में बनी है ये गुड़िया
इस गुड़िया को चीन में बनाया गया है। रिदवाना का कहना है कि उन्हें इस तरह
की गुड़िया डिजाइन करने का आइडिया तब आया, जब उन्होंने कुछ ऐसे मां-बाप से
बात की, जिन्हें गुड़ियों की थोड़ी बहुत जानकारी थी।
रिदवाना से
बातचीत में लोगों ने उन्हें बताया कि वह रात को बच्चों के साथ गुड़िया को
नहीं छोड़ते हैं, क्योंकि इस्लाम के अनुसार रात में कमरे में किसी दूसरे की
आंख का होना गलत है।
दीनी गुड़िया को बताया बेवकूफी
लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के एक प्रोफेसर फवाज गेर्जेज (Fawaz Gerges) ने इस गुड़िया को एक बेवकूफी बता दिया है। फवाज मुस्लिम सोसाएटी और राजनीति के स्पेशलिस्ट हैं। प्रोफेसर ने कहा कि आज के समय में मुस्लिम लोग ग्लोबल कम्युनिटी का हिस्सा हैं, जो 21वीं सदी के लाइफस्टाइल में जी रहे हैं।
उनके अनुसार आज के समय में लोगों को छठी सेंचुरी की तरह बांध कर नहीं रखा जा सकता है। रिदवाना ने यह भी बताया कि अभी उन्होंने इस तरह की बहुत ही कम गुड़िया बनाई हैं, लेकिन उन्हें कई सारी गुड़िया के ऑर्डर मिल चुके हैं।