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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के नाम दिल्ली में एक-दो नहीं नौ सरकारी बंगले आवंटित हैं।
ये वोरा का राजनीतिक रसूख है या गांधी परिवार की नजदीकी का ईनाम, ये तो तय नहीं।
हालांकि वोरा के सभी मकान राजधानी के पॉश इलाके लुटियन जोंस में हैं।
राज्यसभा का सदस्य होने के कारण मोतीलाल वोरा को लोधी इस्टेट में बंगला नंबर 33 भी आवंटित किया गया है। एक आरटीआई के जवाब में राज्यसभा सचिवालय ने पुष्टि की है कि वोरा के पास 6 बंगले और दो सराकरी फ्लैट भी हैं।
वोरा के कम से कम चार मकान नॉर्थ एवेन्यू और दो मकान साउथ एवेन्यू में है।
आरटीआई के मुताबिक, नॉर्थ एवेन्यू में बंगला नंबर 49, 63, 78 और 112 मोतीलाल वोरा का है। साउथ एवेन्यू के बंगला नंबर 49 और 139 के मालिक भी मोतीलाल वोरा ही हैं। साउथ एवेन्यू के दोनों मकान राष्ट्रपति भवन के करीब हैं। (फोटोः इंडिया टूडे के सौजन्य से)
मोतीलाल वोरा के पास दो फ्लैट भी है। ये दोनों फ्लैट-124 और 507- विट्ठलभाई हाउस में हैं। हालांकि वोरा ने आरटीआई की इन जानकारियों से इनकार किया है।
उन्होंने कहा है कि दिल्ली में उनके पास केवल दो मकान है। एक मकान नॉर्थ एवेन्यू में हैं और दूसरा मकान दक्षिण एवेन्यू में। जबकि मेल टूडे के ने दावा किया है कि वोरा के चार मकानों में इस समय रिनोवेशन चल रहा है। वहां मौजूद लोगों ने माना है कि आधिकारिक रूप से वोरा ही उन मकानों के मालिक हैं।
वोरा ने अपने कुछ मकानों को किराये पर भी दे रखा है। उनके किराएदारों में राजनीतिज्ञ भी शामिल हैं।
मोदी सरकार में शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने हाल ही में संसद में बताया था कि यूपीए सरकार के 16 पूर्व मंत्रियों ने अब तक अपने सरकारी मकान नहीं छोड़े हैं, जबकि सभी को मकान खाली करने का नोटिस भेजा जा चुका है।
उन्हें मकानों हुई तोड़फोड की मरम्मत के लिए 50 हजार दो लाख रूपए तक हर्जाने का नोटिस भी दिया गया है।
मोतीलाल वोरा 1985 से 1988 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1993 से 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्याल रह चुके हैं। हाल ही में पंजाब के कांग्रेस नेता जगमीत सिंह बराड़ ने उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की वकालत की थी।
उन्होंने कहा था कि सोनिया और राहुल को पार्टी में सुधार लाने के लिए दो साल की छुट्टी लेकर देश भ्रमण करना चाहिए और उनकी गैर मौजूदगी में मोतीलाल वोरा को पार्टी का संचालन सौंपना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के नाम दिल्ली में एक-दो नहीं नौ सरकारी बंगले आवंटित हैं।
ये वोरा का राजनीतिक रसूख है या गांधी परिवार की नजदीकी का ईनाम, ये तो तय नहीं।
हालांकि वोरा के सभी मकान राजधानी के पॉश इलाके लुटियन जोंस में हैं।
चार मकान नॉर्थ एवेन्यू और दो साउथ एवेन्यू में
राज्यसभा का सदस्य होने के कारण मोतीलाल वोरा को लोधी इस्टेट में बंगला नंबर 33 भी आवंटित किया गया है। एक आरटीआई के जवाब में राज्यसभा सचिवालय ने पुष्टि की है कि वोरा के पास 6 बंगले और दो सराकरी फ्लैट भी हैं।
वोरा के कम से कम चार मकान नॉर्थ एवेन्यू और दो मकान साउथ एवेन्यू में है।
आरटीआई के मुताबिक, नॉर्थ एवेन्यू में बंगला नंबर 49, 63, 78 और 112 मोतीलाल वोरा का है। साउथ एवेन्यू के बंगला नंबर 49 और 139 के मालिक भी मोतीलाल वोरा ही हैं। साउथ एवेन्यू के दोनों मकान राष्ट्रपति भवन के करीब हैं। (फोटोः इंडिया टूडे के सौजन्य से)
वोरा के पास दो फ्लैट भी
मोतीलाल वोरा के पास दो फ्लैट भी है। ये दोनों फ्लैट-124 और 507- विट्ठलभाई हाउस में हैं। हालांकि वोरा ने आरटीआई की इन जानकारियों से इनकार किया है।
उन्होंने कहा है कि दिल्ली में उनके पास केवल दो मकान है। एक मकान नॉर्थ एवेन्यू में हैं और दूसरा मकान दक्षिण एवेन्यू में। जबकि मेल टूडे के ने दावा किया है कि वोरा के चार मकानों में इस समय रिनोवेशन चल रहा है। वहां मौजूद लोगों ने माना है कि आधिकारिक रूप से वोरा ही उन मकानों के मालिक हैं।
16 पूर्व मंत्रियों ने सरकारी मकान नहीं छोड़े
वोरा ने अपने कुछ मकानों को किराये पर भी दे रखा है। उनके किराएदारों में राजनीतिज्ञ भी शामिल हैं।
मोदी सरकार में शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने हाल ही में संसद में बताया था कि यूपीए सरकार के 16 पूर्व मंत्रियों ने अब तक अपने सरकारी मकान नहीं छोड़े हैं, जबकि सभी को मकान खाली करने का नोटिस भेजा जा चुका है।
उन्हें मकानों हुई तोड़फोड की मरम्मत के लिए 50 हजार दो लाख रूपए तक हर्जाने का नोटिस भी दिया गया है।
बराड़ ने की थी वोरा को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की वकालत
मोतीलाल वोरा 1985 से 1988 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1993 से 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्याल रह चुके हैं। हाल ही में पंजाब के कांग्रेस नेता जगमीत सिंह बराड़ ने उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की वकालत की थी।
उन्होंने कहा था कि सोनिया और राहुल को पार्टी में सुधार लाने के लिए दो साल की छुट्टी लेकर देश भ्रमण करना चाहिए और उनकी गैर मौजूदगी में मोतीलाल वोरा को पार्टी का संचालन सौंपना चाहिए।