रांची में कैंप के आखिरी दिन ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल लिमिटेड ने पिछले तबके के विकलांग व्यक्तियां को 400 सेअधिक कृत्रिम अंग और उपकरण वितरित किए। श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, माननीय चिकित्साशिक्शा एवं परिवार कल्याण मंत्री, श्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, माननीय शहरीविकास एवं आवास, परिवहनमंत्री, झारखंड सरकार, डॉ. मुनीशचंदर, प्रमुख, टीसीआई फाउंडेशन और श्री एस.एल. गुप्ता, सदस्य, डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति ने इस समारोह की शोभा बढ़ाई।
इस सामुदायिक सहायता कैंप का आयोजन टीसीआई फाउंडेशन जयपुर, फुट एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर, पटना द्वारा ट्रांसिस्टम की मदद से टीसीआई फाउंडेशन के बैनर तले डीएवी नंदराज पब्लिक स्कूल बरिअतु रांची में किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य, चिकित्साशिक्शा एवं परिवारकल्याण मंत्री ने कहा, ’’किसी आनुवांशिक कमी या बीमारी या दुर्घटनावश किसी अंग कोगंवा देना किसी भी व्यक्ति के लिए दुखद है लेकिन ट्रांसिस्टम द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं और ये विकलांग व्यक्तियों के बीच एक नई जीवनधारा का प्रवाह कर रहे हैं।’’
श्री चंद्रेश्वरप्रसाद सिंह, शहरी विकास एवं आवासमंत्री ने विकलांग व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने के ट्रांसिस्टम और टीसीआई फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसाकी।
डॉ. मुनीशचंदर, प्रमुख, टीसीआई फाउंडेशन ने कुछ सफल कहानियों का जिक्र किया जहां मरीज करीब 10 वर्शों से चलने फिरने में नाकाम थे, वे अब कृत्रिम अंगों और उपकरणों की मदद से पूरी तरह ठीक हैं।उन्होंने कहा किट्रांसिस्टम और टीसी आईफाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से लाभ पाने लोगों और उनके परिवार के लोगों के चेहरे पर दिखने वाली मुस्कान अरबों डॉलर की होती है।
ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड
ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल प्राइवेटलिमिटेड (ट्रांसिस्टम) जापान में मित्सुई एंड कंपनी लिमिटेड और भारत में ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन आफॅ इंडिया (टीसीआई) का एक संयुक्त उद्यम है। 1999 में बनी ट्रांसिस्टम मुख्य रूप से वाहन विनिर्माताओं के लिए संपूर्ण लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है।
ट्रांसिस्टम मिल्करन और कॉस डॉकिंग मेथड का इस्तेमाल करते हुए जस्ट-इन-टाइम प्रक्रिया से उत्पाद न अंग लॉजिस्टिक मुहैया कराती है और पूरे भारत में संपूर्णबिल्ट-अप यूनिट (सीबीयू) और सर्विस पार्ट वाहन कारोबारियों को देतीहै। ट्रांसिस्टम एक ’’सुरक्शाप्रथम’’ कंपनी भी है।
भारत के ट्रैफिक और काम करने की दशाओं के अंतर्गत ट्रांसिस्टम दैनिक केपीआई (की परफॉर्मेंस इंडिकेटर) मॉनिटरिंग और काईजेन (सुधार) गतिविधियों का संचालनकर सुरक्शित और समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित करती है।
रांची में कैंप के आखिरी दिन ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल लिमिटेड ने पिछले तबके के विकलांग व्यक्तियां को 400 सेअधिक कृत्रिम अंग और उपकरण वितरित किए। श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, माननीय चिकित्साशिक्शा एवं परिवार कल्याण मंत्री, श्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, माननीय शहरीविकास एवं आवास, परिवहनमंत्री, झारखंड सरकार, डॉ. मुनीशचंदर, प्रमुख, टीसीआई फाउंडेशन और श्री एस.एल. गुप्ता, सदस्य, डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति ने इस समारोह की शोभा बढ़ाई।
इस सामुदायिक सहायता कैंप का आयोजन टीसीआई फाउंडेशन जयपुर, फुट एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर, पटना द्वारा ट्रांसिस्टम की मदद से टीसीआई फाउंडेशन के बैनर तले डीएवी नंदराज पब्लिक स्कूल बरिअतु रांची में किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य, चिकित्साशिक्शा एवं परिवारकल्याण मंत्री ने कहा, ’’किसी आनुवांशिक कमी या बीमारी या दुर्घटनावश किसी अंग कोगंवा देना किसी भी व्यक्ति के लिए दुखद है लेकिन ट्रांसिस्टम द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं और ये विकलांग व्यक्तियों के बीच एक नई जीवनधारा का प्रवाह कर रहे हैं।’’
श्री चंद्रेश्वरप्रसाद सिंह, शहरी विकास एवं आवासमंत्री ने विकलांग व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने के ट्रांसिस्टम और टीसीआई फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसाकी।
डॉ. मुनीशचंदर, प्रमुख, टीसीआई फाउंडेशन ने कुछ सफल कहानियों का जिक्र किया जहां मरीज करीब 10 वर्शों से चलने फिरने में नाकाम थे, वे अब कृत्रिम अंगों और उपकरणों की मदद से पूरी तरह ठीक हैं।उन्होंने कहा किट्रांसिस्टम और टीसी आईफाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से लाभ पाने लोगों और उनके परिवार के लोगों के चेहरे पर दिखने वाली मुस्कान अरबों डॉलर की होती है।
ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड
ट्रांसिस्टम लॉजिस्टिक्स इंटरनेशनल प्राइवेटलिमिटेड (ट्रांसिस्टम) जापान में मित्सुई एंड कंपनी लिमिटेड और भारत में ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन आफॅ इंडिया (टीसीआई) का एक संयुक्त उद्यम है। 1999 में बनी ट्रांसिस्टम मुख्य रूप से वाहन विनिर्माताओं के लिए संपूर्ण लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है।
ट्रांसिस्टम मिल्करन और कॉस डॉकिंग मेथड का इस्तेमाल करते हुए जस्ट-इन-टाइम प्रक्रिया से उत्पाद न अंग लॉजिस्टिक मुहैया कराती है और पूरे भारत में संपूर्णबिल्ट-अप यूनिट (सीबीयू) और सर्विस पार्ट वाहन कारोबारियों को देतीहै। ट्रांसिस्टम एक ’’सुरक्शाप्रथम’’ कंपनी भी है।
भारत के ट्रैफिक और काम करने की दशाओं के अंतर्गत ट्रांसिस्टम दैनिक केपीआई (की परफॉर्मेंस इंडिकेटर) मॉनिटरिंग और काईजेन (सुधार) गतिविधियों का संचालनकर सुरक्शित और समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित करती है।