न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 15 Sep 2018 10:40 AM IST
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थाईलैंड के राजदूत शुतिन्यौन खौन्ग्साक्दी ने केरल बाढ़ के लिए विदेशी सहायता देने के लिए प्रक्रिया के प्रति निराशा व्यक्त की है। उन्होंने केरल बाढ़ राहत कोष को लेकर भारत सरकार के प्रति नाराजगी भी जताई है। राजदूत ने गुरुवार की शाम एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने विदेशी सहायता के प्रस्ताव के साथ कई मुद्दों का उल्लेख किया।
खौन्ग्साक्दी ने कहा कि थाईलैंड ने सरकार को कई बार सहायता देनी चाही लेकिन भारत द्वारा उसे लेने से इंकार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत में पंजीकृत थाई कंपनियों ने मदद देना चाहा। उन्होंने कहा, 'मैंने संघर्ष देखा और मैं जानता था कि प्राइवेट सेक्टर भी योगदान करना चाहता है। मैंने सरकार के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए रास्ता खोजने की कोशिश की। मैं दृढ़ता में विश्वास रखता हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि भारत विदेशी सहायता स्वीकार नहीं करता है। थाई कंपनियों से योगदान को नई दिल्ली में केरल के आयुक्त को सौंप दिया जाना था। जो कि बाद में मुख्यमंत्री के राहत निधि को दान दी जाती। हालांकि विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है।
राहत कार्य के लिए खर्च हुए 1236 करोड़
उद्योग मंत्री ईपी जयाराजन ने शुक्रवार को बताया कि केरल सरकार द्वारा राहत कार्य के लिए 1236 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
थाईलैंड के राजदूत शुतिन्यौन खौन्ग्साक्दी ने केरल बाढ़ के लिए विदेशी सहायता देने के लिए प्रक्रिया के प्रति निराशा व्यक्त की है। उन्होंने केरल बाढ़ राहत कोष को लेकर भारत सरकार के प्रति नाराजगी भी जताई है। राजदूत ने गुरुवार की शाम एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने विदेशी सहायता के प्रस्ताव के साथ कई मुद्दों का उल्लेख किया।
खौन्ग्साक्दी ने कहा कि थाईलैंड ने सरकार को कई बार सहायता देनी चाही लेकिन भारत द्वारा उसे लेने से इंकार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत में पंजीकृत थाई कंपनियों ने मदद देना चाहा। उन्होंने कहा, 'मैंने संघर्ष देखा और मैं जानता था कि प्राइवेट सेक्टर भी योगदान करना चाहता है। मैंने सरकार के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए रास्ता खोजने की कोशिश की। मैं दृढ़ता में विश्वास रखता हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि भारत विदेशी सहायता स्वीकार नहीं करता है। थाई कंपनियों से योगदान को नई दिल्ली में केरल के आयुक्त को सौंप दिया जाना था। जो कि बाद में मुख्यमंत्री के राहत निधि को दान दी जाती। हालांकि विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है।
राहत कार्य के लिए खर्च हुए 1236 करोड़
उद्योग मंत्री ईपी जयाराजन ने शुक्रवार को बताया कि केरल सरकार द्वारा राहत कार्य के लिए 1236 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।