प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को भारत के लिए रवाना हो गए। पीएम मोदी ने शनिवार को ग्लोबल सिटीजन लाइव समिट को संबोधित किया। इसमें पीएम ने गरीबी की चुनौती से लेकर भारतीय नागरिकों को आधारभूत जरूरतें मुहैया कराने पर भी बयान दिए। मोदी ने कहा कि हमने इस दौर में कोरोनावायरस महामारी के बीच कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ की सामूहिक भावना की झलक देखी। इन सभी ने महामारी से लड़ने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। रिकॉर्ड समय में वैक्सीन बनाने वाले अपने वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स में भी हमें यही भावना दिखाई दी।
मोदी ने कहा, "सच्चे साझेदार उन्हें (गरीबों को) सशक्त बनाने का इन्फ्रास्ट्रक्चर देंगे, ताकि वे गरीबी के चक्र से निकल आएं। जब ताकत का इस्तेमाल गरीबों को मजबूत करने के लिए किया जाता है, तो उनके पास गरीबी से लड़ने की ताकत भी आ जाती है।" पीएम ने आगे कहा, "हमारी सरकार ने बैंकिंग सिस्टम से अलग रहने वाले लोगों को बैंकिंग से जोड़ा। करोडों लोगों को सुरक्षा कवरेज मुहैया कराया। 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त और क्वालिटी हेल्थकेयर की सुविधा भी मुहैया कराई गई। आपको यह जान कर खुशी होगी कि हमारी सरकार ने 3 करोड़ घर तैयार करवाए हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, "अब दो साल से हम मानवता को हमारे जीवन की सबसे बड़ी वैश्विक महामारी से जूझते देख रहे हैं। महामारी से लड़ने का हमारे साझा अनुभव ने हमें सिखाया है कि हम मजबूत हैं और जब साथ हैं तब ज्यादा ताकतवर हैं।
मोदी ने आगे कहा कि हमने इस दौर में कोरोनावायरस महामारी के बीच कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ की सामूहिक भावना की झलक देखी। इन सभी ने महामारी से लड़ने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। रिकॉर्ड समय में वैक्सीन बनाने वाले अपने वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स में भी हमें यही भावना दिखाई दी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह मानवीय क्षमता बाकी चीजों पर भारी साबित हुई।
मोदी ने गरीबी से लड़ने के लिए भारत में मूलभूत ढांचा तैयार करने की भी बात कही। उन्होंने कहा, "भारत में इस वक्त हर घर में पाइप के जरिए पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है। सरकार एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा अगली पीढ़ी के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रही है। पिछले साल से कुछ महीनों तक और अभी भी हमने 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज मुहैया कराना जारी रखा है। महामारी के दौर में गरीबी से लड़ने में यह कदम मजबूती प्रदान करेंगे।"
पीएम ने कहा, "जलवायु परिवर्तन के खतरे हमारे सामने मुहं बाए खड़े हैं। दुनिया को समझना होगा कि वैश्विक वातावरण में कोई भी बदलाव खुद से शुरू होता है। जलवायु परिवर्तन को रोकने का सबसे आसान और सफल तरीका है कि हम अपने जीवन जीने के तरीके को प्रकृति के अनुरुप ढाल लें।"
मोदी ने कहा, "भारत जी-20 में इकलौता देश है, जो पेरिस जलवायु समझौतों में किए गए वादों को पूरा करने की राह पर है। भारत पूरी दुनिया को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के बैनर के नीचे के लिए लाने पर गौरवान्वित है। हम भारत के विकास के साथ मानवता के विकास पर विश्वास करते हैं।"
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को भारत के लिए रवाना हो गए। पीएम मोदी ने शनिवार को ग्लोबल सिटीजन लाइव समिट को संबोधित किया। इसमें पीएम ने गरीबी की चुनौती से लेकर भारतीय नागरिकों को आधारभूत जरूरतें मुहैया कराने पर भी बयान दिए। मोदी ने कहा कि हमने इस दौर में कोरोनावायरस महामारी के बीच कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ की सामूहिक भावना की झलक देखी। इन सभी ने महामारी से लड़ने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। रिकॉर्ड समय में वैक्सीन बनाने वाले अपने वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स में भी हमें यही भावना दिखाई दी।