न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 10 Dec 2018 09:09 AM IST
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बिजली गिरने से हर साल भारत में 2000 से 2500 लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में केंद्र सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने ऐसा ऐप बनाया है जो बिजली गिरने से 30-40 मिनट पहले ही आपको सावधान कर देगा। इस ऐप का नाम दामिनी है। यह ऐप बिजली गिरने की समयपूर्व सूचना देने के साथ ही बचाव की जानकारी भी देता है। इसे आप गूगल प्ले स्टोर से इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने इस ऐप को बनाया है। इसपर पिछले 6 महीने से काम चल रहा था। इसे बनाने वाली टीम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर सुनील पवार ने बताया कि ऐप बिजली गिरने की सूचना के साथ ही यह भी बताता है कि किस तरह से सुरक्षा करें और प्राथमिक उपचार करें। खेत में काम करने के दौरान, यात्रा के दौरान, घर के आसपास काम करते समय यदि बिजली गिरने की चेतावनी मिले तो आपको कैसे बचाव करना है इसकी जानकारी चित्र सहित दी जाती है।
डॉक्टर पवार ने आगे बताया कि ऐप खोलने पर आप जिस लोकेशन पर हैं वहां का मैप दिखाने वाला सर्कल आएगा। यह सर्कल 20 किलोमीटर के व्यास में अगले 30-40 मिनट में होने वाली बिजली चेतावनी के बारे में सावधान कर देगा। जिस स्थान पर आप मौजूद हैं वहां बिजली गिरने वाली है या नहीं इसकी जानकारी सर्कल के नीचे हिंदी और अंग्रेजी में दी जाएगी। आगे इस चेतावनी को क्षेत्रीय भाषाओं में भी देने की उम्मीद है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में बहुत सारे लोग खेती-बाड़ी के कार्यों के लिए अपने-अपने घरों से बाहर निकलते हैं। बिजली गिरने पर उसकी चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है। यह ऐप खेती-किसानी कामगारों के अलावा सभी लोगों के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। अरब महासागर में भारत का आधा हिस्सा प्रायद्वीपीय की तरह है इसलिए यह मानसूनी हवाएं भारत के एक बहुत बड़े हिस्से पर अपना प्रभाव डालती हैं। इस ऐप के जरिए लोग अपना बेहतर बचाव कर सकते हैं।
बिजली गिरने से हर साल भारत में 2000 से 2500 लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में केंद्र सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने ऐसा ऐप बनाया है जो बिजली गिरने से 30-40 मिनट पहले ही आपको सावधान कर देगा। इस ऐप का नाम दामिनी है। यह ऐप बिजली गिरने की समयपूर्व सूचना देने के साथ ही बचाव की जानकारी भी देता है। इसे आप गूगल प्ले स्टोर से इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने इस ऐप को बनाया है। इसपर पिछले 6 महीने से काम चल रहा था। इसे बनाने वाली टीम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर सुनील पवार ने बताया कि ऐप बिजली गिरने की सूचना के साथ ही यह भी बताता है कि किस तरह से सुरक्षा करें और प्राथमिक उपचार करें। खेत में काम करने के दौरान, यात्रा के दौरान, घर के आसपास काम करते समय यदि बिजली गिरने की चेतावनी मिले तो आपको कैसे बचाव करना है इसकी जानकारी चित्र सहित दी जाती है।
डॉक्टर पवार ने आगे बताया कि ऐप खोलने पर आप जिस लोकेशन पर हैं वहां का मैप दिखाने वाला सर्कल आएगा। यह सर्कल 20 किलोमीटर के व्यास में अगले 30-40 मिनट में होने वाली बिजली चेतावनी के बारे में सावधान कर देगा। जिस स्थान पर आप मौजूद हैं वहां बिजली गिरने वाली है या नहीं इसकी जानकारी सर्कल के नीचे हिंदी और अंग्रेजी में दी जाएगी। आगे इस चेतावनी को क्षेत्रीय भाषाओं में भी देने की उम्मीद है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में बहुत सारे लोग खेती-बाड़ी के कार्यों के लिए अपने-अपने घरों से बाहर निकलते हैं। बिजली गिरने पर उसकी चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है। यह ऐप खेती-किसानी कामगारों के अलावा सभी लोगों के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। अरब महासागर में भारत का आधा हिस्सा प्रायद्वीपीय की तरह है इसलिए यह मानसूनी हवाएं भारत के एक बहुत बड़े हिस्से पर अपना प्रभाव डालती हैं। इस ऐप के जरिए लोग अपना बेहतर बचाव कर सकते हैं।