सोमवार को अहमदाबाद से बंगलूरू जाने वाले गो-एयर विमान में अचानक आग लग गई। इस विमान में 131 यात्री सवार थे। हादसे की वजह से अहमदाबाद में ही विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इसका टेकऑफ रद्द कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि विमान से पक्षी के टकराने की वजह से आग लगी थी।
गोएयर के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि विमान में चालक दल के अलावा कुल 131 यात्री और तीन बच्चे मौजूद थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इंजन में आग फैलने के तुरंत बाद ही विमान का टेकऑफ करा दिया गया था।
इसके तुरंत बाद विमान को रनवे से दूर ले जाया गया। गोएयर के अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद से बंगलूरू जाने वाली गोएयर फ्लाइट G8-802 के राइट इंजन को फॉरेन ऑब्जेक्ट डैमेज से नुकसान हुआ। हालांकि, विमान में आग लगने से यात्रियों को काफी परेशानियां हुई लेकिन बाद में रनवे पर दूसरा विमान बुलाकर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया गया था।
आग लगने के दौरान किसी भी आपातकालीन निकासी का इस्तेमाल नहीं किया गया और न ही विमान चालकों की ओर से हड़बडाहट में कोई ऐसा कदम उठाया गया जिससे किसी भी यात्री को कोई नुकसान पहुंचे। गोएयर के पायलटों की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इस दौरान दूसरा विमान आने में थोड़ी देरी हुई। विमान लगभग तीन घंटे की देरी के बाद दोपहर 1.38 बजे बंगलूरू के लिए रवाना हुआ।
सोमवार को अहमदाबाद से बंगलूरू जाने वाले गो-एयर विमान में अचानक आग लग गई। इस विमान में 131 यात्री सवार थे। हादसे की वजह से अहमदाबाद में ही विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इसका टेकऑफ रद्द कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि विमान से पक्षी के टकराने की वजह से आग लगी थी।
गोएयर के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि विमान में चालक दल के अलावा कुल 131 यात्री और तीन बच्चे मौजूद थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इंजन में आग फैलने के तुरंत बाद ही विमान का टेकऑफ करा दिया गया था।
इसके तुरंत बाद विमान को रनवे से दूर ले जाया गया। गोएयर के अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद से बंगलूरू जाने वाली गोएयर फ्लाइट G8-802 के राइट इंजन को फॉरेन ऑब्जेक्ट डैमेज से नुकसान हुआ। हालांकि, विमान में आग लगने से यात्रियों को काफी परेशानियां हुई लेकिन बाद में रनवे पर दूसरा विमान बुलाकर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया गया था।
आग लगने के दौरान किसी भी आपातकालीन निकासी का इस्तेमाल नहीं किया गया और न ही विमान चालकों की ओर से हड़बडाहट में कोई ऐसा कदम उठाया गया जिससे किसी भी यात्री को कोई नुकसान पहुंचे। गोएयर के पायलटों की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इस दौरान दूसरा विमान आने में थोड़ी देरी हुई। विमान लगभग तीन घंटे की देरी के बाद दोपहर 1.38 बजे बंगलूरू के लिए रवाना हुआ।