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पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं, उस पर पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में राजनीति न हो। उन्होंने कहा, एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, यह कोई सवाल ही नहीं है। दुलत ने ऐसे सभी लोगों को सलाह दी है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति न करें।
बता दें कि विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने एनडीए-भाजपा सरकार पर यह कहते हुए हमला बोला है कि वे देश-दुनिया को बालाकोट की एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या बताएं। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी एक बहस छिड़ गई है। नतीजा जो भी हो, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया इसका भरपूर फायदा उठा रहा है। वहां का सोशल मीडिया खूब चटकारे लगाकर ऐसी खबरों को प्रमुखता से चला रहा है।
इस बाबत पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत का कहना है कि आतंकियों की संख्या पूछना गलत है। जब वायुसेना कह रही है कि उसे जो टारगेट मिला, वह हासिल कर लिया गया है तो इसके बाद किसी तरह का कोई सवाल उठाना गलत है। केवल यह देखें कि पाकिस्तान की जमीन पर चल रहे आतंकियों के कैंपों पर स्ट्राइक हुई है।
अगर वहां स्ट्राइक नहीं हुई होती तो पाकिस्तान जवाब देने के लिए सामने क्यों आता। पूर्व रॉ चीफ के मुताबिक, जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो तो उस पर राजनीति करना ठीक बात नहीं है। चाहे कोई भी हो, उसे यह बात ध्यान रखनी चाहिए।
पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं, उस पर पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में राजनीति न हो। उन्होंने कहा, एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, यह कोई सवाल ही नहीं है। दुलत ने ऐसे सभी लोगों को सलाह दी है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति न करें।
बता दें कि विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने एनडीए-भाजपा सरकार पर यह कहते हुए हमला बोला है कि वे देश-दुनिया को बालाकोट की एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या बताएं। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी एक बहस छिड़ गई है। नतीजा जो भी हो, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया इसका भरपूर फायदा उठा रहा है। वहां का सोशल मीडिया खूब चटकारे लगाकर ऐसी खबरों को प्रमुखता से चला रहा है।
इस बाबत पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत का कहना है कि आतंकियों की संख्या पूछना गलत है। जब वायुसेना कह रही है कि उसे जो टारगेट मिला, वह हासिल कर लिया गया है तो इसके बाद किसी तरह का कोई सवाल उठाना गलत है। केवल यह देखें कि पाकिस्तान की जमीन पर चल रहे आतंकियों के कैंपों पर स्ट्राइक हुई है।
अगर वहां स्ट्राइक नहीं हुई होती तो पाकिस्तान जवाब देने के लिए सामने क्यों आता। पूर्व रॉ चीफ के मुताबिक, जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो तो उस पर राजनीति करना ठीक बात नहीं है। चाहे कोई भी हो, उसे यह बात ध्यान रखनी चाहिए।