मोहित राजस्थान के रहने वाले हैं और जयपुर में अपने पापा के साथ ठेला लगाकर मूंगफली बेचते हैं। अभी हाल ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु के किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के अंतिम परिणाम सामने आए हैं जिसमें आईआईटी जेईई एवं प्री-मेडिकल कोचिंग संस्थान पीसीपी, सीकर (राजस्थान) के चार अभ्यर्थियों का नाम शामिल है।
विजेताओं ने ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी में टॉप-100 में अपनी रैंक हासिल की है। खास बात ये है कि इन चार लोगों के नाम में मोहित बागानी का नाम भी शामिल है। मोहित ने ऑल इंडिया स्तर पर सामान्य वर्ग में दसवीं रैंक हासिल की है। बता दें कि मोहित की मां निजी स्कूल में टीचर हैं और पिता का मूंगलफली का ठेला है।
चूंकि घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी इसलिए सीकर के टेक्निकल संस्थान ने उन्हे निःशुल्क पढ़ाया-लिखाया है। मोहित हमेशा से मोबाइल और गैजैट्स से दूर रहे हैं। बता दें कि जिन उम्मीदवारों का वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में चयन होता है उनका सीधे बड़े व प्रतिष्ठित संस्थान में एडमिशन होता है।
जब मोहित अपनी ग्रेजुएशन करेंगे तब उन्हें 60 हाजर और स्नातकोत्तर में उन्हें 84 हजार रुपए मिलेंगे। साथ ही मोहित को स्नातक में 20 हजार और स्नातकोत्तर में 28 हजार आकस्मिक अनुदान भी मिलता है। मोहित बचपन से ही साइंटिस्ट बनना चाहते हैं। 10वीं में 90 फीसदी और 12वीं में 88 फीसदी अंक पाकर वह हले ही अपने मम्मी-पापा का नाम रौशन कर चुके हैं।