टीम इंडिया की कैरेबियाई धरती पर त्रिकोणीय सीरीज जीतने के कुछ घंटों के भीतर क्रिकेट प्रशंसकों को ऑस्ट्रेलिया से भी एक खुशखबरी मिली जहां अंडर-19 टीम ने सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने अपना विजय अभियान बरकरार रखते हुए मेजबान ऑस्ट्रेलिया को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में एकतरफा मुकाबले में 207 गेंद शेष रहते आठ विकेट से पीट दिया।
धोनी की टीम इंडिया की तुलना में भारतीय युवाओं की जीत इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अजेय रहते हुए सीरीज अपने नाम की।
खिताबी मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया लेकिन भारतीय गेंदबाजों के संयुक्त प्रयास के आगे कंगारू टीम महज 24.4 ओवर में 75 रन पर सिमट गई।
कंगारू टीम की ओर से महज तीन बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। भारत की ओर से दीपक हुडा को तीन और अभिमन्यू लांबा, चामा मिलिंद तथा कुलदीप यादव को दो-दो सफलता मिली।
जवाब में विश्व चैंपियन भारत ने आसानी से लक्ष्य का पीछा करते हुए 15.3 ओवर में दो विकेट पर 76 रन बनाते हुए सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
भारत की ओर से ओपनर अंकुर बेंस ने नाबाद 40 और संजू सैमसन ने नाबाद 20 रनों का योगदान दिया। हालांकि भारत ने अपने दो विकेट 21 रन गंवा दिए थे।
ऑस्ट्रेलिया में लगातार दूसरे साल जीते
भारत ने गत वर्ष युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद की कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में ही जीता था।
अब विजय जोल की कप्तानी में इस युवा टीम ने अजेय रहते हुए त्रिकोणीय सीरीज पर कब्जा जमाया। यह लगातार दूसरा साल है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अंडर-19 खिताब जीता।
लीग मैचों में अजेय रहा भारत
भारतीय युवा टीम ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए चारों लीग मैच जीते।
भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की 47 रन से, फिर न्यूजीलैंड को 165 रन से, तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से और चौथे मैच में न्यूजीलैंड को सात विकेट से पीटा था।
टीम इंडिया की कैरेबियाई धरती पर त्रिकोणीय सीरीज जीतने के कुछ घंटों के भीतर क्रिकेट प्रशंसकों को ऑस्ट्रेलिया से भी एक खुशखबरी मिली जहां अंडर-19 टीम ने सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने अपना विजय अभियान बरकरार रखते हुए मेजबान ऑस्ट्रेलिया को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में एकतरफा मुकाबले में 207 गेंद शेष रहते आठ विकेट से पीट दिया।
धोनी की टीम इंडिया की तुलना में भारतीय युवाओं की जीत इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अजेय रहते हुए सीरीज अपने नाम की।
खिताबी मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया लेकिन भारतीय गेंदबाजों के संयुक्त प्रयास के आगे कंगारू टीम महज 24.4 ओवर में 75 रन पर सिमट गई।
कंगारू टीम की ओर से महज तीन बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। भारत की ओर से दीपक हुडा को तीन और अभिमन्यू लांबा, चामा मिलिंद तथा कुलदीप यादव को दो-दो सफलता मिली।
जवाब में विश्व चैंपियन भारत ने आसानी से लक्ष्य का पीछा करते हुए 15.3 ओवर में दो विकेट पर 76 रन बनाते हुए सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
भारत की ओर से ओपनर अंकुर बेंस ने नाबाद 40 और संजू सैमसन ने नाबाद 20 रनों का योगदान दिया। हालांकि भारत ने अपने दो विकेट 21 रन गंवा दिए थे।
ऑस्ट्रेलिया में लगातार दूसरे साल जीते
भारत ने गत वर्ष युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद की कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में ही जीता था।
अब विजय जोल की कप्तानी में इस युवा टीम ने अजेय रहते हुए त्रिकोणीय सीरीज पर कब्जा जमाया। यह लगातार दूसरा साल है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अंडर-19 खिताब जीता।
लीग मैचों में अजेय रहा भारत
भारतीय युवा टीम ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए चारों लीग मैच जीते।
भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की 47 रन से, फिर न्यूजीलैंड को 165 रन से, तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से और चौथे मैच में न्यूजीलैंड को सात विकेट से पीटा था।