विज्ञापन
Hindi News ›   Columns ›   Opinion ›   Salute to the defenders of the border

सरहद के रक्षकों को सलाम

राजीव चंद्रशेखर Updated Mon, 15 Jan 2018 07:25 AM IST

आज हम 70 वें भारतीय सेना दिवस का जश्न मना रहे हैं। इसी दिन 1949 में जनरल (बाद में फील्ड मार्शल) के एम करियप्पा ने स्वतंत्रता के बाद पहली बार भारतीय सशस्त्र बल के कमांडर इन चीफ का पदभार संभाला था। उन्होंने अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ जनरल सर एफ आर आर बुचर से कमान संभाली थी। तब से हमारी सेना दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना बन गई है और यह वास्तव में गर्व की बात है कि भारतीय सेना एक स्वैच्छिक सेवा बनी हुई है। हमारे देश के पुरुषों और महिलाओं ने स्वेच्छा से राष्ट्र की सेवा को चुना। हालांकि संविधान में सैन्य भर्ती का प्रावधान है, लेकिन इसे कभी थोपा नहीं गया। सेना ने हमें महान 21 परमवीर और हजारों ऐसे जांबाज जवान दिए, जो सेना के आदर्श वाक्य-’स्वयं से पहले सेवा’-के तहत सेवा देते रहे हैं।


विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें