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सूत्रों के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक ( SBI ) ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। इसके लिए बैंकों ने उम्मीद जताई है कि इससे उनके 23,000 करोड़ रुपये वापस आ जाएंगे।
रिलायंस जियो रिलायंस कम्युनिकेशंस के टॉवर और फाइबर बिजनस ( रिलायंस इंफ्राटेल ) को खरीदने के लिए 4,700 करोड़ रुपये ऑफर किए हैं। यूवी असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरकॉम और रिलायंस टेलकॉम के एसेट के लिए 14,700 करोड़ रुपये की बोली लगाई। मालूम हो कि आरकॉम को 4,300 करोड़ का बकाया इंडियन और चाइनीज क्रेडिटर्स को प्राथमिकता के आधार पर चुकाने हैं।
अनिल अंबानी की आरकॉम पर सिक्यॉर्ड कर्ज 33,000 करोड़ रुपये का है। वहीं लेंडर्स ने 49,000 करोड़ का दावा किया है।
आरकॉम के शेयर में बढ़त
इसके बाद आज रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर में बढ़त देखी गई। दोपहर 2:10 बजे कंपनी का शेयर 7.14 फीसदी की बढ़त के बाद 0.75 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। पिछले कारोबारी दिन यह 0.70 के स्तर पर बंद हुआ था। मौजूदा समय में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.06 अरब है।
हाल ही में आरकॉम ने अपना एसेट बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी। अनिल अंबानी ने इसके लिए जियो से संपर्क किया था। हालांकि यह डील कई वजहों से नहीं हो पाई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि जियो ने आरकॉम के एसेट को खरीदने से मना कर दिया था। जियो ने कहा था कि उसे आरकॉम के भारी भरकम कर्ज का बोझ भी उठाना पड़ेगा, जो वो नहीं चाहती है।
जुलाई-सितंबर में हुआ था 30,142 करोड़ का घाटा
कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में करीब 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ था। उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाए पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतना ज्यादा पहुंच गया था ।
सार
भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी अपने भाई अनिल अंबानी की दिवाला हो चुकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस ( RCom ) को खरीदने जा रहे हैं।
विस्तार
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक ( SBI ) ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। इसके लिए बैंकों ने उम्मीद जताई है कि इससे उनके 23,000 करोड़ रुपये वापस आ जाएंगे।
रिलायंस जियो रिलायंस कम्युनिकेशंस के टॉवर और फाइबर बिजनस ( रिलायंस इंफ्राटेल ) को खरीदने के लिए 4,700 करोड़ रुपये ऑफर किए हैं। यूवी असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरकॉम और रिलायंस टेलकॉम के एसेट के लिए 14,700 करोड़ रुपये की बोली लगाई। मालूम हो कि आरकॉम को 4,300 करोड़ का बकाया इंडियन और चाइनीज क्रेडिटर्स को प्राथमिकता के आधार पर चुकाने हैं।
अनिल अंबानी की आरकॉम पर सिक्यॉर्ड कर्ज 33,000 करोड़ रुपये का है। वहीं लेंडर्स ने 49,000 करोड़ का दावा किया है।
आरकॉम के शेयर में बढ़त
इसके बाद आज रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर में बढ़त देखी गई। दोपहर 2:10 बजे कंपनी का शेयर 7.14 फीसदी की बढ़त के बाद 0.75 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। पिछले कारोबारी दिन यह 0.70 के स्तर पर बंद हुआ था। मौजूदा समय में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.06 अरब है।
हाल ही में आरकॉम ने अपना एसेट बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी। अनिल अंबानी ने इसके लिए जियो से संपर्क किया था। हालांकि यह डील कई वजहों से नहीं हो पाई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि जियो ने आरकॉम के एसेट को खरीदने से मना कर दिया था। जियो ने कहा था कि उसे आरकॉम के भारी भरकम कर्ज का बोझ भी उठाना पड़ेगा, जो वो नहीं चाहती है।
जुलाई-सितंबर में हुआ था 30,142 करोड़ का घाटा
कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में करीब 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ था। उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाए पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतना ज्यादा पहुंच गया था ।