भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कड़े नियमों के बावजूद बैंकों में धोखाधड़ी हो ही जाती है। जालसाज आम लोगों को लूटने का कोई न कोई तरीका ढूंढ लेते हैं। बढ़ते फ्रॉड को ध्यान में रखते हुए अब बैकिंग प्रणाली में ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा शुरू होने जा रही है।
चेक से लेनदेन में धोखाधड़ी रोकने के लिए बैकिंग प्रणाली में 'पॉजिटिव पे' फीचर उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी घोषणा भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने की। पॉजिटिव पे फीचर के तहत चेक जारी करने वाला व्यक्ति किसी और को चेक सौंपने से पहले चेकी की फोटो खींचता है और उसे बैंक की मोबाइल एप पर अपलोड करता है।
इतने मूल्य वाले चेक के लिए आएगा 'पॉजिटिव पे'
मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा के बाद दास ने कहा कि, 'चेक भुगतान की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए 50,000 रुपये या उससे अधिक मूल्य के सभी चेक के लिए 'पॉजिटिव पे' का फीचर लाने का निर्णय किया गया है।' उन्होंने कहा कि 50,000 रुपये की इस सीमा के तहत संख्या की दृष्टि से करीब 20 फीसदी और भुगतान मूल्य के हिसाब से 80 फीसदी लेनदेन आ जाएगा।
ICICI बैंक पहले ही देता है यह सुविधा
इस संबंध में अन्य दिशानिर्देश जल्द जारी किए जाएंगे। मालूम हो कि देश का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक बिना किसी सीमा के 2016 से अपने ग्राहकों को इस तरह की सुविधा दे रहा है। इस सुविधा से बैंक को किसी लाभार्थी के चेक जमा करने से पहले पता होता है कि उसके ग्राहक ने चेक जारी किया है। इससे चेक पर भुगतान देने से पहले बैंक कर्मचारी इसका मिलान उसके पास पहले से उपलब्ध सूचना से कर सकता है।