अगर आप भी अपना घर खरीदने की योजना बना रहे हैं और इसके लिए लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। होम लोन लेने के बाद ग्राहक बैंक में जो रकम चुकाते हैं, उसमें ब्याज दर और मूलधन शामिल होता है, जिसे ईक्वल मंथली इंस्टॉलमेंट या इएमआई कहा जाता है। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए होम लोन की ब्याज दर में कटौती की है। अब ईएमआई में कमी आ गई है।
आज से लागू हुई नई दरें
एसबीआई का बेस रेट पांच बीपीएस यानी आधार अंकों की कमी के साथ सालाना 7.45 फीसदी हो गया है। नई ब्याज दर आज यानी 15 सितंबर से ही लागू हो गई हैं। इसके अलावा बैंक ने प्राइम लेंडिंग रेट को भी पांच आधार अंक यानी 0.05 फीसदी घटाकर 12.20 फीसदी कर दिया है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने भी दिया तोहफा
इससे पहले प्राइवेट सेक्टर के बैंक कोटक महिंद्रा बैंक ने भी होम लोन की ब्याज दर में कटौती का एलान किया था। कोटक महिंद्रा बैंक ने इसमें 0.15 फीसदी कटौती की है। इसके बाद होम लोन के ब्याज दर 6.65 फीसदी से कम होकर 6.50 फीसदी पर आ गई है। बैंक ने कहा कि होम लोन के ब्याज की नई दर 10 सितंबर से लागू हो गई है। ग्राहकों के लिए होम लोन की सस्ती दरें आठ नवंबर 2021 तक उपलब्ध हैं। यह नई ब्याज दर नए होम लोन ग्राहकों के अलावा उन ग्राहकों पर भी लागू होगी जो किसी अन्य बैंक से ट्रांसफर होकर कोटक महिंद्रा बैंक में आएंगे।
होम लोन के लिए सरकारी बैंक ज्यादा भरोसेमंद है या प्राइवेट?
हाल ही में हुए फिनटेक कंपनी बेसिक होम लोन के सर्वे के अनुसार, भारत में लोग सरकारी क्षेत्र के बैंकों को ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं। सर्वे के अनुसार, 47 फीसदी लोगों का मानना है कि वे घर खरीदने के लिए निजी बैंकों की तुलना में सरकारी बैंकों से कर्ज लेना पसंद करते हैं। यह सर्वे महामारी के दौरान लोगों के खरीदारी पैटर्न और प्राथमिकता को समझने के लिए किया गया था। इसमें 1,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। करीब 470 लोगों ने होम लोन के लिए सरकारी क्षेत्र के बैंकों पर भरोसा जताया और सिर्फ 270 लोगों ने कहा कि वे होम लोन के लिए निजी बैंकों से लोन लेना पसंद करेंगे। आंकड़े 25 शहरों से संकलित किए गए हैं। करीब 24 फीसदी लोगों ने अपनी बचत का इस्तेमाल किया और घर की खरीदारी की। वहीं सिर्फ एक फीसदी ने किसी गैर-संस्थागत निजी कर्जदाता से कर्ज लेने को तरजीह दी।
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अगर आप भी अपना घर खरीदने की योजना बना रहे हैं और इसके लिए लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। होम लोन लेने के बाद ग्राहक बैंक में जो रकम चुकाते हैं, उसमें ब्याज दर और मूलधन शामिल होता है, जिसे ईक्वल मंथली इंस्टॉलमेंट या इएमआई कहा जाता है। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए होम लोन की ब्याज दर में कटौती की है। अब ईएमआई में कमी आ गई है।
आज से लागू हुई नई दरें
एसबीआई का बेस रेट पांच बीपीएस यानी आधार अंकों की कमी के साथ सालाना 7.45 फीसदी हो गया है। नई ब्याज दर आज यानी 15 सितंबर से ही लागू हो गई हैं। इसके अलावा बैंक ने प्राइम लेंडिंग रेट को भी पांच आधार अंक यानी 0.05 फीसदी घटाकर 12.20 फीसदी कर दिया है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने भी दिया तोहफा
इससे पहले प्राइवेट सेक्टर के बैंक कोटक महिंद्रा बैंक ने भी होम लोन की ब्याज दर में कटौती का एलान किया था। कोटक महिंद्रा बैंक ने इसमें 0.15 फीसदी कटौती की है। इसके बाद होम लोन के ब्याज दर 6.65 फीसदी से कम होकर 6.50 फीसदी पर आ गई है। बैंक ने कहा कि होम लोन के ब्याज की नई दर 10 सितंबर से लागू हो गई है। ग्राहकों के लिए होम लोन की सस्ती दरें आठ नवंबर 2021 तक उपलब्ध हैं। यह नई ब्याज दर नए होम लोन ग्राहकों के अलावा उन ग्राहकों पर भी लागू होगी जो किसी अन्य बैंक से ट्रांसफर होकर कोटक महिंद्रा बैंक में आएंगे।
होम लोन के लिए सरकारी बैंक ज्यादा भरोसेमंद है या प्राइवेट?
हाल ही में हुए फिनटेक कंपनी बेसिक होम लोन के सर्वे के अनुसार, भारत में लोग सरकारी क्षेत्र के बैंकों को ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं। सर्वे के अनुसार, 47 फीसदी लोगों का मानना है कि वे घर खरीदने के लिए निजी बैंकों की तुलना में सरकारी बैंकों से कर्ज लेना पसंद करते हैं। यह सर्वे महामारी के दौरान लोगों के खरीदारी पैटर्न और प्राथमिकता को समझने के लिए किया गया था। इसमें 1,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। करीब 470 लोगों ने होम लोन के लिए सरकारी क्षेत्र के बैंकों पर भरोसा जताया और सिर्फ 270 लोगों ने कहा कि वे होम लोन के लिए निजी बैंकों से लोन लेना पसंद करेंगे। आंकड़े 25 शहरों से संकलित किए गए हैं। करीब 24 फीसदी लोगों ने अपनी बचत का इस्तेमाल किया और घर की खरीदारी की। वहीं सिर्फ एक फीसदी ने किसी गैर-संस्थागत निजी कर्जदाता से कर्ज लेने को तरजीह दी।