वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Updated Mon, 07 Sep 2020 09:54 PM IST
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अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में अमेरिकी संसद (कांग्रेस) को बताया है कि पाकिस्तान निश्चित ही चीन के लिए उन देशों में शामिल है जिसे बीजिंग द्वारा सैन्य साजो-सामान और सुविधाओं के लिए चुना गया है। यह रिपोर्ट ‘चीन में सैन्य और रक्षा विकास-2020’ विषय पर रखी गई है, जो बताती है कि चीन किस तरह पाकिस्तान का इस्तेमाल कर रहा है।
अमेरिका ने दावा किया है कि चीन के पाकिस्तान में गहरे राजनीतिक हित हैं। इस कारण कुछ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दोनों देशों के बीच करीबी रिश्ता बना रहेगा। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कांग्रेस को सौंपी जाने वाली अपनी वार्षिक रिपोर्ट में पाकिस्तान को एक ऐसे देश के रूप में वर्णित किया है जहां चीन दोनों ‘द्विपक्षीय और बहुपक्षीय’ संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है।
रिपोर्ट में दावा किया है कि पाकिस्तान में चीन की वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) परियोजना पाइपलाइन और बंदरगाह निर्माण से जुड़ी हुई है जिसका मकसद मलक्का व जलडमरूमध्य जैसे मार्गों से ऊर्जा संसाधनों के परिवहन को लेकर बीजिंग की निर्भरता को कम करना है। इसके मुताबिक, चीन का स्ट्रेटेजिक सपोर्ट फोर्स (एसएसएफ) नामीबिया, पाकिस्तान और अर्जेंटीना में ट्रैकिंग, टेलीमेट्री और कमांड स्टेशन संचालित कर रहा है।
रूस व आसियान समेत विदेशी सेनाओं से जुड़ाव बढ़ाया
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने रूस, पाकिस्तान और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) समेत विदेशी सेनाओं के साथ अपने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय जुड़ाव को बढ़ा दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन मानता है कि यह कार्रवाई यह पीएलए (चीनी सेना) की विदेशी सेनाओं को एकीकृत करने और संगठित करने की क्षमता में सुधार करेगी।
चीन ने लटकाई कुछ अमेरिकी पत्रकारों की मान्यता
चीन ने अमेरिकी मीडिया संगठनों के कुछ पत्रकारों के लिए प्रेस मान्यता के पूर्ण नवीनीकरण लटकाते हुए उस पर रोक लगा दी है। अमेरिका में काम कर रहे चीनी पत्रकारों को निशाना बनाए जाने के जवाब में यह कदम उठाया है। इससे दोनों देशों के बीच तल्ख होते रिश्तों के पतन का पता चलता है।
सीएनएन के संवाददाता डेविड कल्वर को नवीनीकरण की अर्जी लगाते समय नई व्यवस्था की जानकारी दी गई। उन्हें आमतौर पर दिए जाने वाले एक साल के प्रेस कार्ड की जगह अगले दो महीने तक रिपोर्टिंग करने की अनुमति वाला एक पत्र दिया गया है। उन्हें बताया गया कि यह कदम ट्रंप प्रशासन के रवैये की प्रतिक्रिया है।
अगस्त में कम हुआ चीन का आयात, निर्यात बढ़ा
सीमा शुल्क विभाग के मुताबिक चीन का निर्यात पिछले साल के समान महीने की तुलना में 9.5 फीसदी से बढ़कर 235.2 अरब डॉलर पहुंच गया है, जबकि जुलाई में यह 7.2 फीसदी बढ़ा। इसके अलावा समीक्षाधीन माह में चीन का आयात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.1 फीसदी घटकर 176.3 अरब डॉलर रह गया है। जुलाई में भी यह आयात 1.4 फीसदी घटा था।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में अमेरिकी संसद (कांग्रेस) को बताया है कि पाकिस्तान निश्चित ही चीन के लिए उन देशों में शामिल है जिसे बीजिंग द्वारा सैन्य साजो-सामान और सुविधाओं के लिए चुना गया है। यह रिपोर्ट ‘चीन में सैन्य और रक्षा विकास-2020’ विषय पर रखी गई है, जो बताती है कि चीन किस तरह पाकिस्तान का इस्तेमाल कर रहा है।
अमेरिका ने दावा किया है कि चीन के पाकिस्तान में गहरे राजनीतिक हित हैं। इस कारण कुछ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दोनों देशों के बीच करीबी रिश्ता बना रहेगा। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कांग्रेस को सौंपी जाने वाली अपनी वार्षिक रिपोर्ट में पाकिस्तान को एक ऐसे देश के रूप में वर्णित किया है जहां चीन दोनों ‘द्विपक्षीय और बहुपक्षीय’ संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है।
रिपोर्ट में दावा किया है कि पाकिस्तान में चीन की वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) परियोजना पाइपलाइन और बंदरगाह निर्माण से जुड़ी हुई है जिसका मकसद मलक्का व जलडमरूमध्य जैसे मार्गों से ऊर्जा संसाधनों के परिवहन को लेकर बीजिंग की निर्भरता को कम करना है। इसके मुताबिक, चीन का स्ट्रेटेजिक सपोर्ट फोर्स (एसएसएफ) नामीबिया, पाकिस्तान और अर्जेंटीना में ट्रैकिंग, टेलीमेट्री और कमांड स्टेशन संचालित कर रहा है।
रूस व आसियान समेत विदेशी सेनाओं से जुड़ाव बढ़ाया
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने रूस, पाकिस्तान और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) समेत विदेशी सेनाओं के साथ अपने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय जुड़ाव को बढ़ा दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन मानता है कि यह कार्रवाई यह पीएलए (चीनी सेना) की विदेशी सेनाओं को एकीकृत करने और संगठित करने की क्षमता में सुधार करेगी।
चीन ने लटकाई कुछ अमेरिकी पत्रकारों की मान्यता
चीन ने अमेरिकी मीडिया संगठनों के कुछ पत्रकारों के लिए प्रेस मान्यता के पूर्ण नवीनीकरण लटकाते हुए उस पर रोक लगा दी है। अमेरिका में काम कर रहे चीनी पत्रकारों को निशाना बनाए जाने के जवाब में यह कदम उठाया है। इससे दोनों देशों के बीच तल्ख होते रिश्तों के पतन का पता चलता है।
सीएनएन के संवाददाता डेविड कल्वर को नवीनीकरण की अर्जी लगाते समय नई व्यवस्था की जानकारी दी गई। उन्हें आमतौर पर दिए जाने वाले एक साल के प्रेस कार्ड की जगह अगले दो महीने तक रिपोर्टिंग करने की अनुमति वाला एक पत्र दिया गया है। उन्हें बताया गया कि यह कदम ट्रंप प्रशासन के रवैये की प्रतिक्रिया है।
अगस्त में कम हुआ चीन का आयात, निर्यात बढ़ा
सीमा शुल्क विभाग के मुताबिक चीन का निर्यात पिछले साल के समान महीने की तुलना में 9.5 फीसदी से बढ़कर 235.2 अरब डॉलर पहुंच गया है, जबकि जुलाई में यह 7.2 फीसदी बढ़ा। इसके अलावा समीक्षाधीन माह में चीन का आयात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.1 फीसदी घटकर 176.3 अरब डॉलर रह गया है। जुलाई में भी यह आयात 1.4 फीसदी घटा था।