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नेपाल ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए वापस आने का रास्ता खोल दिया है। भारत से लगी अपनी 20 सीमाएं खोलते हुए नेपाल सरकार ने कहा है कि लंबे समय से भारत से वापस अपने घर लौटने का इंतजार कर रहे नेपाली नागरिक अब ज़रूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन सीमाओं से आ सकते हैं। नेपाल ने कहा कि भारत ने भी एक जून से आने जाने पर से पाबंदी हटा दी है, ऐसे में अब नेपाली नागरिकों के लिए वापस आने में कोई मुश्किल नहीं होगी।
नेपाल ने जो बीस सीमाएं आने जाने के लिए खोली हैं वो हैं ङ्त पशुपतिनगर (इल्लाम), काकाडविट्टा (झापा), रानी (मोरंग), कुनौली (सप्तरी), थाडी (सिराहा), भिट्टामोड (महोत्तरी), मलंगवा (सरलाही), गौर (रउताहाट), बीरगंज (परसा), महेशपुर (नवलपारसी), बल्हिया (रूपनदेही), तौलीहावा (कपिलवस्तु), कृष्णानगर (कपिलवस्तु), जमुना (बांके), सूरजपुर, गुलारिया (बरदिया), गउरीफांटा (कैलाली), गद्दाचौकी (कंचनपुर), झूलाघाट (बैताडी) और धारचुला ये रास्ते लॉकडाउन की वजह से करीब दो महीने से बंद कर दिए गए थे।
भारत में भी सभी गतिविधियां बंद थीं, लेकिन अब जब से भारत में अनलॉकडाउन-1 शुरु हुआ है, पड़ोसी देशों ने भी धीरे धीरे अपने यहां लॉकडाउन में छूट देने का सिलसिला शुरु कर दिया है। हालांकि नेपाल में अभी भी कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और देश में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 2300 से ज्यादा हो गई है। पिछले 24 घंटों में 201 नए मामले सामने आए हैं। नेपाल के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि 278 लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं और अब ठीक होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
सार
- भारत से वापस आना चाह रहे नेपाली नागरिक अब जा सकेंगे अपने घर ङ्त नेपाल सरकार
- जांच की जरूरी औपचारिकताओं के बाद धारचुला, बीरगंज समेत छोटी बड़ी सीमाओं से जा सकते हैं लोग
- नेपाल में अभी भी कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं
विस्तार
नेपाल ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए वापस आने का रास्ता खोल दिया है। भारत से लगी अपनी 20 सीमाएं खोलते हुए नेपाल सरकार ने कहा है कि लंबे समय से भारत से वापस अपने घर लौटने का इंतजार कर रहे नेपाली नागरिक अब ज़रूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन सीमाओं से आ सकते हैं। नेपाल ने कहा कि भारत ने भी एक जून से आने जाने पर से पाबंदी हटा दी है, ऐसे में अब नेपाली नागरिकों के लिए वापस आने में कोई मुश्किल नहीं होगी।
नेपाल ने जो बीस सीमाएं आने जाने के लिए खोली हैं वो हैं ङ्त पशुपतिनगर (इल्लाम), काकाडविट्टा (झापा), रानी (मोरंग), कुनौली (सप्तरी), थाडी (सिराहा), भिट्टामोड (महोत्तरी), मलंगवा (सरलाही), गौर (रउताहाट), बीरगंज (परसा), महेशपुर (नवलपारसी), बल्हिया (रूपनदेही), तौलीहावा (कपिलवस्तु), कृष्णानगर (कपिलवस्तु), जमुना (बांके), सूरजपुर, गुलारिया (बरदिया), गउरीफांटा (कैलाली), गद्दाचौकी (कंचनपुर), झूलाघाट (बैताडी) और धारचुला ये रास्ते लॉकडाउन की वजह से करीब दो महीने से बंद कर दिए गए थे।
भारत में भी सभी गतिविधियां बंद थीं, लेकिन अब जब से भारत में अनलॉकडाउन-1 शुरु हुआ है, पड़ोसी देशों ने भी धीरे धीरे अपने यहां लॉकडाउन में छूट देने का सिलसिला शुरु कर दिया है। हालांकि नेपाल में अभी भी कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और देश में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 2300 से ज्यादा हो गई है। पिछले 24 घंटों में 201 नए मामले सामने आए हैं। नेपाल के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि 278 लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं और अब ठीक होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।