इटली के सिसिली में स्थित दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक माउंट एटना में मंगलवार को एक नया विस्फोट हुआ। इससे आसपास का क्षेत्र गर्म लावा, धुएं और राख के विशाल बादलों से भर गया। इटली के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि ज्वालामुखी के फटने से आसपास के गांवों को कोई खतरा नहीं हुआ।
इटली की एक समाचार एजेंसी की मानें तो आईजीवीवी नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर जियोफिजिक्स एंड वल्कैनोलॉजी के प्रमुख कैटेनिया के शहर स्टीफनो ब्रांको के प्रमुख ने कहा, 'हमने इससे और भी बुरा नजारा देखा है। हमें और आपको यह नजारा बेहद खतरनाक लग सकता है, लेकिन यह ज्वालामुखी सदियों से फट रहा है और हाल के दशकों में विशेष रूप से सक्रिय है।'
कैटेनिया का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बंद
यह अनुमान लगाते हुए कि एटना के दक्षिण-पूर्वी ज्वालामुखी में विस्फोट मंगलवार की दोपहर से शुरू हुआ, ब्रांको ने जोर देकर कहा कि यह विस्फोट बिल्कुल भी चिंताजनक नहीं है। फिर भी अधिकारियों ने कैटेनिया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करा दिया है।
आपातकालीन अधिकारियों ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा कि वह ज्वालामुखी के तट पर तीन गांवों लिंगुआग्लोसा, फोरनाजो और मिलो में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे थे। करीब 3,324 मीटर के दायरे में स्थित एटना यूरोप का सबसे लंबा सक्रिय ज्वालामुखी है और पिछले 500,000 वर्षों में अक्सर फटता आ रहा है।
कजाकिस्तान में फटा बर्फीला ज्वालामुखी
इस बीच कजाकिस्तान में एक नया बर्फीला ज्वालामुखी उभरा है। बर्फीला ज्वालामुखी फटा तो जमीन से निकली बर्फ 45 फीट की ऊंचाई तक गोलाकार में फैल गई। यह अद्भुत घटना देश के अल्माटी क्षेत्र में एक जमीन के अंदर हुए हलचल का नतीजा है, जो कि केगन और श्रगानक के गांवों के बीच नूर-सुल्तान की राजधानी शहर से लगभग चार घंटे की दूरी पर है।
बता दें यह ज्वालामुखी पानी से बना और जमीन से बाहर निकलते ही तुरंत जम गया। इस ज्वालामुखी की सबसे खास बात यह है कि यह बर्फ के टीले से बाहर निकला है। इसका गर्मागर्म निकलने वाला लावा भी ठंडा हो कर बर्फ बन जाता है।
इस वजह से इसकी ऊंचाई बढ़ती ही जा रही। इस बर्फीले ज्वालामुखी को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। इससे लगातार लावा निकल रहा है और बर्फ बनता जा रहा है, जिसे देखकर लोग बड़े ही रोमांचित हो रहे हैं।