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विवादों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी, यहूदियों के नरसंहार की याद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दूसरे विश्व युद्ध के खलनायक तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी की सराहना करके फिर चर्चा में आ गए हैं।
बर्लुस्कोनी ने कहा कि यहूदियों के खिलाफ कानून पारित करके मुसोलिनी ने ठीक नहीं किया था लेकिन वे एक अच्छे नेता थे। मिलान में आयोजित कार्यक्रम में बर्लुस्कोनी ने कहा कि मुसोलिनी के समय जो सरकार थी, उसे जर्मनी के स्वाभाविक रूप से भय था। शायद यही वजह थी कि मुसोलिनी ने हिटलर का विरोध करके बजाए उनसे हाथ मिला लिया था।
उन्होंने कहा कि एक नेता के तौर पर नस्लीय कानून मुसोलिनी की गलती थे जिन्होंने अन्य कई मायनों में अच्छा काम किया था। इस कड़ी में उन्होंने वर्ष 1938 के कानूनों का हवाला दिया जिनके तहत यहूदी लोग इटली के विश्वविद्यालयों और कई अन्य पेशों में काम नहीं कर सकते थे।
कड़ी भर्त्सना
बर्लुस्कोनी के इन बयानों की मध्य -वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) ने कड़ी भर्त्सना की है। पार्टी के प्रवक्ता मार्को मेलोनी ने कहा कि नाजी नस्लवाद के खिलाफ संघर्ष हमारे गणतंत्र की बुनियाद है और ये टिप्पणियां बर्दाश्त से बाहर हैं।
इटली में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं, लेकिन बर्लुस्कोनी की पीपुल्स फ्रीडम पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की है।
वैसे बर्लुस्कोनी ने उनकी पार्टी की जीत की स्थिति में फिर से प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है। देश में फिलहाल मारियो मोंटी की सरकार है जो नवम्बर 2011 में बर्लुस्कोनी की जगह प्रधानमंत्री बने थे।
विवादों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी, यहूदियों के नरसंहार की याद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दूसरे विश्व युद्ध के खलनायक तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी की सराहना करके फिर चर्चा में आ गए हैं।
बर्लुस्कोनी ने कहा कि यहूदियों के खिलाफ कानून पारित करके मुसोलिनी ने ठीक नहीं किया था लेकिन वे एक अच्छे नेता थे। मिलान में आयोजित कार्यक्रम में बर्लुस्कोनी ने कहा कि मुसोलिनी के समय जो सरकार थी, उसे जर्मनी के स्वाभाविक रूप से भय था। शायद यही वजह थी कि मुसोलिनी ने हिटलर का विरोध करके बजाए उनसे हाथ मिला लिया था।
उन्होंने कहा कि एक नेता के तौर पर नस्लीय कानून मुसोलिनी की गलती थे जिन्होंने अन्य कई मायनों में अच्छा काम किया था। इस कड़ी में उन्होंने वर्ष 1938 के कानूनों का हवाला दिया जिनके तहत यहूदी लोग इटली के विश्वविद्यालयों और कई अन्य पेशों में काम नहीं कर सकते थे।
कड़ी भर्त्सना
बर्लुस्कोनी के इन बयानों की मध्य -वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) ने कड़ी भर्त्सना की है। पार्टी के प्रवक्ता मार्को मेलोनी ने कहा कि नाजी नस्लवाद के खिलाफ संघर्ष हमारे गणतंत्र की बुनियाद है और ये टिप्पणियां बर्दाश्त से बाहर हैं।
इटली में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं, लेकिन बर्लुस्कोनी की पीपुल्स फ्रीडम पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की है।
वैसे बर्लुस्कोनी ने उनकी पार्टी की जीत की स्थिति में फिर से प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है। देश में फिलहाल मारियो मोंटी की सरकार है जो नवम्बर 2011 में बर्लुस्कोनी की जगह प्रधानमंत्री बने थे।