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अमेरिकी राज्य टेक्सास के कोलीविल कस्बे में एक इस्लामिक कट्टरपंथी बंदूकधारी ने शनिवार देर रात यहूदियों के एक प्रार्थना स्थल (सिनेगॉग) में घुसकर चार लोगों को बंधक बना लिया। राज्य के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि करीब दस घंटे चले बचाव अभियान में हमलावर ढेर हो गया है और सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। एबॉट ने ट्वीट में लिखा कि प्रार्थनाएं स्वीकार हो गईं। बाहर आए सभी बंधक जीवित और सुरक्षित हैं।
कोलीविल के पुलिस प्रमुख माइकल मिलर ने बताया कि एफबीआई के साथ मिलकर चलाए गए अभियान में सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमलावर एक पाकिस्तानी आतंकी आफिया सिद्दीकी को रिहा करने की मांग कर रहा था, जो पेशे से न्यूरोसाइंटिस्ट थी और अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की हत्या के प्रयास में दोषी पाया गई थी और अमेरिकी मीडिया ने उसे 'लेडी कायदा' करार दिया था। सिद्दकी फिलहाल टेक्सास की फेडरल जेल में बंद है और 86 वर्ष कैद की सजा भुगत रही है।
हमलावर खुद को अफिया का भाई बता रहा था। हालांकि, अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन काउंसिल के अध्यक्ष जॉन फ्लॉयड ने कहा कि आफिया का भाई मोहम्मद सिद्दकी ह्यूस्टन में है। उसका इस हमले से कोई संबंध नहीं है। शनिवार शाम जब सिनेगॉग में चल रहे अनुष्ठानों का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था, उसी दौरान हमलावर बंदूक लेकर वहां पहुंचा और लाइवस्ट्रीम में वह अपनी बहन और इस्लाम का बार-बार जिक्र करते हुए दिखा। इस दौरान उसने कई जगहों पर बम रखने का भी दावा किया था।
अमेरिका के यहूदी संगठनों और इजरायली सरकार ने हमले को लेकर चिंता जताई है। व्हाइट हाउस की तरफ से बताया गया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को भी बंधकों की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई थी। वहीं, इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने ट्विटर पर कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। उन्होंने लिखा, यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि यहूदी विरोधी भावना अब भी जीवित है और हमें इससे दुनियाभर में लड़ना जारी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह राहत महसूस कर रहे हैं कि बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया।