न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का टावर वन पिछले महीने पूरा हो गया। 541 मीटर ऊंचा ये टावर मैनहैटन की एक प्रमुख इमारत है और पश्चिमी दुनिया की गगनचुंबी इमारतों में सबसे ऊंचा।
आधुनिकता की प्रतीक और भविष्य की झलक लिए ये इमारत इस शहर के लिए उम्मीद की एक किरण जैसी भी है।
लेकिन इस नई गगनचुंबी इमारत की जड़ें एक पुरानी और विलुप्त हो गई दुनिया में हैं।
टावर वन ही नहीं बल्कि न्यूयॉर्क की तमाम दूसरी गगनचुंबी इमारतों की जड़ें भी पिछली दुनिया में हैं।
न्यूयॉर्क की लगभग सभी ऊंची-ऊंची इमारतें केवल दो इलाक़ों में पाई जाती हैं, डाउनटाउन जिसे न्यूयॉर्क की आर्थिक राजधानी कहा जाता है और मिडटाउन जहां एम्पायर स्टेट बिल्डिंग है।
प्लिमथ विश्वविद्यालय के भू-वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर यान स्टीवर्ट ने 'बीबीसी-टू' के लिए एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है जिससे न्यूयॉर्क के अतीत को समझने में काफ़ी मदद मिलती है।
पैनजिया
प्रोफ़ेसर स्टीवर्ट के अनुसार मैनहैटन के नीचे उसकी जड़ों में जो पत्थर हैं उसे मैनहैटन शिस्ट के नाम से जाना जाता है।
इन पत्थरों में पाए जाने वाले खनिज अमेरिका के प्राचीन इतिहास और मैनहैटन की गगनचुंबी इमारतों के राज को समझने में मदद करते हैं।
प्रोफ़ेसर स्टीवर्ट 'क्यानाइट' नाम के एक खनिज के बारे में शोध कर रहे थे। उनके अनुसार, ''मैनहैटन में हर जगह दिखने वाला नीले रंग का ये खनिज ज़मीन के अंदर बहुत गहराई में अत्यधिक दबाव में बनता है। ये खनिज एक फ़िगर प्रिंट की तरह है जिससे ढेर सारी जानकारियां मिलती हैं।''
इस खनिज की मौजूदगी से पता चलता है कि लगभग 30 करोड़ वर्ष पहले मैनहैटन शिस्ट का निर्माण हुआ था। उनके अनुसार दो बड़े भू-भाग एक साथ मिल गए थे जिसके कारण 'पैनजिया' नाम के एक सुपर महाद्वीप का निर्माण हुआ था।
जब दोनों भू-भाग मिले तो उनके किनारे के पत्थर एक साथ जुड़कर पहाड़ की तरह ऊपर उठ गए। मैनहैटन शिस्ट इस नई पर्वत शृंखला में 13 किलोमीटर नीचे दबा हुआ था।
सख्त धरातल
लगभग 10 करोड़ वर्ष बाद पैनजिया महाद्वीप टूट कर अलग-अलग दिशाओं में जाने लगा और इस तरह मौजूदा महाद्वीपों का निर्माण हुआ।
इस विभाजन के बाद पैनजिया का एक हिस्सा वहीं रह गया जिसके ऊपर आज मैनहैटन बसा हुआ है।
इसलिए मैनहैटन के नीचे दबा पत्थर काफी सख्त है और इसकी सतह भी काफी सख्त है और यही सख्त धरातल न्यूयॉर्क की गगनचुंबी इमारतों के लिए एक बेहतरीन बुनियाद का काम करते हैं।
डाउनटाउन और मिडटाउन के नीचे यही सख्त पत्थर पाए जाते हैं जिनके कारण इन इलाक़ों में गगनचुंबी इमारतें बनाना आसान है।
न्यूयॉर्क में ही दूसरी जगहों पर उतनी ऊंची इमारत बनाना संभव नहीं क्योंकि वहां के नीचे के पत्थर उतने सख्त नहीं हैं और वहां की ज़मीन ऊंची इमारतों का बोझ नहीं उठा सकती।
ये भी कितने आश्चर्य की बात है कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का टावर वन जो कि न्यूयॉर्क की गगनचुंबी इमारतों की सबसे ताजा मिसाल है, और जो आधुनिक दुनिया की एक पहचान है उसकी जड़ें एक प्राचीन और खोई हुई दुनिया में हैं।
हेलेन क्वीन, बीबीसी संवाददाता