कुछ वैज्ञानिकों का मानना था कि वीडियो गेम खेलने के कारण लोग हिंसक हो जाते हैं, इससे उनके बर्ताव में बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं, लेकिन ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने हाल में किए गए एक अध्ययन में इस बात को एकदम निराधार पाया है।
दरअसल, पहले किए गए अध्ययन में यह पता चला था कि खतरनाक वीडियो गेम खेलने के कारण लोग हिंसात्मक हो जाते हैं। लेकिन हाल में किए गए एक शोध में कुछ ऐसे प्रमाण मिले हैं जिससे पता चलता है कि हिंसक वीडियो गेम से व्यक्ति के व्यवहार का कोई लेनादेना नहीं है। शोधकर्ताओं ने 3,000 से अधिक प्रतिभागियों पर यह रिसर्च किया।
शोधकर्ताओं ने कहा, ‘हम यह कह सकते हैं कि वीडियो गेम खेलने वालों के व्यवहार में कुछ बदलाव अवश्य होता है लेकिन यह जरूरी नहीं कि वह हिंसात्मक हो जाता है। किसी भी व्यक्ति के वीडियो गेम खेलने से उसके व्यवहार में बदलाव का कोई संबंध नहीं है।’ पहले किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं का मानना था कि वीडियो गेम खेलने वाले लोग में उसमें खेले जा रहे कैरेक्टर के अनुसार ही व्यवहार करते हैं, लेकिन हालिया अध्ययन में हिंसात्मक वीडियो गेम खेलने और व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव का कोई कारण नहीं पाया गया है।