तेल कंपनियों को रिजर्व बैंक से सीधे डॉलर मिलने की संभावना से मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया 56.40 की रिकॉर्ड गिरावट से उबरकर 35 पैसे की मजबूती के साथ 55.65 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। पिछले दिवस यह 56.00 के स्तर पर रहा था।
यूरो संकट से डॉलर को मिल रही मजबूती के बीच रुपया बृहस्पतिवार को लगातार सातवें कारोबारी सत्र में रिकॉर्ड 56.40 तक फिसल गया। हालांकि बाद में आरबीआई के बयान से तेल कंपनियों को सीधे डॉलर मिलने की संभावना बनी, जिससे रुपये ने मजबूती पकड़ी। तेल कंपनियों मुद्रा बाजार में डॉलर की सबसे बड़ी ग्राहक है।
मुद्रा कारोबार के रुपया 14 पैसे कमजोर होकर 56.14 पर खुला। बाद में 56.40 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक उतर गया। रुपये के भाव 55.62 रुपये प्रति डालर के उच्चतम स्तर पर भी गए। आखिर में पिछले सत्र के मुकाबले 35 पैसे मजबूत होकर 55.65 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुए। कारोबारियों के मुताबिक आगे रुपये में और गिरावट की आशंका है।