यूरो क्षेत्र के आर्थिक संकट और चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था की चिंताओं के बीच कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 106 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 36 सेंट बढ़कर 105.92 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। हालांकि इससे पहले कुछ समय के लिए कच्चा तेल 106.68 डॉलर प्रति बैरल पर था। बुधवार को ब्रेंट क्रूड कारोबारी सत्र के सबसे न्यूनतम स्तर 105.39 डॉलर प्रति बैरल पर था।
अमेरिकी स्वीट क्रूड 41 सेंट बढ़कर 90.31 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। इससे पहले स्वीट क्रूड 90.81 डॉलर प्रति बैरल पर था। यह बुधवार को गत 20 दिसंबर के न्यूनतम स्तर 89.90 डॉलर प्रति बैरल पर खिसक गया था।
इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने यूरोपीय यूनियन नेताओं से यूनान के यूरो क्षेत्र से बाहर जाने की स्थिति में भावी योजना तैयार करने के लिए कहा है।
दूसरी ओर, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश चीन की कमजोर होती अर्थव्यवस्था के कारण भी तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। विश्व बैंक ने भी चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था और कच्चे तेल की कम मांग के मद्देनजर 2012 के लिए उसकी विकास दर अनुमान में कटौती कर दी है।
यूरो क्षेत्र के आर्थिक संकट और चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था की चिंताओं के बीच कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 106 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 36 सेंट बढ़कर 105.92 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। हालांकि इससे पहले कुछ समय के लिए कच्चा तेल 106.68 डॉलर प्रति बैरल पर था। बुधवार को ब्रेंट क्रूड कारोबारी सत्र के सबसे न्यूनतम स्तर 105.39 डॉलर प्रति बैरल पर था।
अमेरिकी स्वीट क्रूड 41 सेंट बढ़कर 90.31 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। इससे पहले स्वीट क्रूड 90.81 डॉलर प्रति बैरल पर था। यह बुधवार को गत 20 दिसंबर के न्यूनतम स्तर 89.90 डॉलर प्रति बैरल पर खिसक गया था।
इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने यूरोपीय यूनियन नेताओं से यूनान के यूरो क्षेत्र से बाहर जाने की स्थिति में भावी योजना तैयार करने के लिए कहा है।
दूसरी ओर, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश चीन की कमजोर होती अर्थव्यवस्था के कारण भी तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। विश्व बैंक ने भी चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था और कच्चे तेल की कम मांग के मद्देनजर 2012 के लिए उसकी विकास दर अनुमान में कटौती कर दी है।