ये बात उन औरतों को आहत कर सकती है जो वजन घटाने के लिए अपने पार्टनर के साथ एक्सरसाइज करती हैं। खबर है कि वजन घटाने के लिए औरतें मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा मेहनत करती हैं। यही नहीं समान अनुपात में वजन घटाने के लिए महिलाओं को मर्दो की तुलना में अपनी डाइट पर भी 20 फीसदी अतिरिक्त ध्यान देना पड़ता है। हालांकि इसका कारण शारीरिक बनावट और हार्मोन संतुलन पर निर्धारित है।
डेली मेल के मुताबिक वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि एक समान वजन घटाने के उद्देश्य से अगर एक्सरसाइज करनी हो तो औरतों को मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा पसीना बहाना पड़ता है। यही नहीं उन्हें मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा डाइट फॉलो करनी होगी।
अमेरिकी प्रांत मिसूरी में मिसूरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह बात कही है। वैज्ञानिकों ने ये बात साबित करने के लिए एक अनुपात में मोटे महिला और पुरुषों को शामिल किया। इन्हें एक ही प्रक्रिया और अनुपात में एक्सरसाइज और डाइट प्लान दिया गया। यहां पुरुषों को महिलाओं की तुलना में 20 फीसदी अतिरिक्त फायदा मिला।
16 हफ्ते के इस एक्सरसाइज प्लान में 75 महिला पुरुषों को एरोबिक कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज कराई गई। 16 हफ्तों के बाद आने वाला परिणाम आश्चर्य जनक था। यहां पुरुषों के वजन में एक्सरसाइज के अनुरूप बदलाव आया। वहीं दूसरी ओर महिलाओं के परिणाम में 20 फीसदी अतिरिक्त मेहनत करके रिजल्ट आया।
ये बात उन औरतों को आहत कर सकती है जो वजन घटाने के लिए अपने पार्टनर के साथ एक्सरसाइज करती हैं। खबर है कि वजन घटाने के लिए औरतें मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा मेहनत करती हैं। यही नहीं समान अनुपात में वजन घटाने के लिए महिलाओं को मर्दो की तुलना में अपनी डाइट पर भी 20 फीसदी अतिरिक्त ध्यान देना पड़ता है। हालांकि इसका कारण शारीरिक बनावट और हार्मोन संतुलन पर निर्धारित है।
डेली मेल के मुताबिक वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि एक समान वजन घटाने के उद्देश्य से अगर एक्सरसाइज करनी हो तो औरतों को मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा पसीना बहाना पड़ता है। यही नहीं उन्हें मर्दो से 20 फीसदी ज्यादा डाइट फॉलो करनी होगी।
अमेरिकी प्रांत मिसूरी में मिसूरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह बात कही है। वैज्ञानिकों ने ये बात साबित करने के लिए एक अनुपात में मोटे महिला और पुरुषों को शामिल किया। इन्हें एक ही प्रक्रिया और अनुपात में एक्सरसाइज और डाइट प्लान दिया गया। यहां पुरुषों को महिलाओं की तुलना में 20 फीसदी अतिरिक्त फायदा मिला।
16 हफ्ते के इस एक्सरसाइज प्लान में 75 महिला पुरुषों को एरोबिक कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज कराई गई। 16 हफ्तों के बाद आने वाला परिणाम आश्चर्य जनक था। यहां पुरुषों के वजन में एक्सरसाइज के अनुरूप बदलाव आया। वहीं दूसरी ओर महिलाओं के परिणाम में 20 फीसदी अतिरिक्त मेहनत करके रिजल्ट आया।