आमतौर पर भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे का दुश्मन माना जाता है। दोनों देशों के बीच कई लड़ाइयां हुई हैं, जिसमें हजारों सैनिक और यहां तक कि आम नागरिक भी मारे गए हैं, लेकिन इसके बावजूद इन दोनों देशों के लोगों के बीच कुछ ऐसे रिश्ते हैं, जो एक अलग ही कहानी बयां करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक पाकिस्तानी महिला के बीच ऐसा ही एक प्यारा रिश्ता है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते।
इस पाकिस्तानी महिला का नाम है कमर मोहसिन शेख। उन्हें नरेंद्र मोदी की पाकिस्तानी बहन के तौर पर जाना जाता है। मोहसिन हर साल रक्षाबंधन के मौके पर अपने 'भाई' नरेंद्र मोदी को राखी बांधती हैं। हालांकि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से वह प्रधानमंत्री को राखी नहीं बांध पाई थीं, लेकिन उन्होंने राखी भेजी जरूर थी और इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक कवितानुमा पत्र भी भेजा था।
क्या लिखा था पत्र में?
कमर मोहसिन ने अपने पत्र में लिखा था कि कोरोना के दौरान वह सबसे पहले अपने भाई की सलामती की दुआ मांगती हैं। आपको बता दें कि कमर मोहसिन ने प्रधानमंत्री मोदी के तीन तलाक के फैसले का समर्थन भी किया था। उन्होंने कहा था कि कुरान और इस्लाम में तीन तलाक जैसा कोई प्रावधान ही नहीं है।
कैसे बना नरेंद्र मोदी और कमर मोहसिन के बीच भाई-बहन का रिश्ता?
मूल रूप से कराची की रहने वाली कमर की शादी अहमदाबाद में हुई है। नरेंद्र मोदी से उनकी पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। मोहसिन शेख के मुताबिक, 'जब उन्हें (नरेंद्र मोदी) पता चला कि मैं कराची से हूं और अहमदाबाद में शादी हुई है तो उन्होंने मुझे बहन कहकर पुकारा। चूंकि मेरा भी कोई भाई नहीं था, इसलिए कुछ साल बाद जब हम दोबारा दिल्ली गए तो मैंने रक्षाबंधन के मौके पर उन्हें पहली बार राखी बांधी और तब से हमारा भाई-बहन का रिश्ता बरकरार है।' वह पिछले 26 सालों से नरेंद्र मोदी को राखी बांधती आ रही हैं।
ये कहानी है दिलचस्प
मोहसिन शेख के मुताबिक, एक बार राखी बांधते हुए मैंने उन्हें (नरेंद्र मोदी) गुजरात का मुख्यमंत्री बनने की प्रार्थना की थी और बाद में मेरी यह प्रार्थना स्वीकार भी हुई। उन्होंने एक बार बताया था कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्हें कभी भी उनसे मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ती थी। वह कहती हैं कि मुझे हर साल एक बड़े भाई (पीएम मोदी) को राखी बांधने का अवसर मिलता है, इससे मैं बहुत खुश हूं।
विस्तार
आमतौर पर भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे का दुश्मन माना जाता है। दोनों देशों के बीच कई लड़ाइयां हुई हैं, जिसमें हजारों सैनिक और यहां तक कि आम नागरिक भी मारे गए हैं, लेकिन इसके बावजूद इन दोनों देशों के लोगों के बीच कुछ ऐसे रिश्ते हैं, जो एक अलग ही कहानी बयां करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक पाकिस्तानी महिला के बीच ऐसा ही एक प्यारा रिश्ता है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते।
इस पाकिस्तानी महिला का नाम है कमर मोहसिन शेख। उन्हें नरेंद्र मोदी की पाकिस्तानी बहन के तौर पर जाना जाता है। मोहसिन हर साल रक्षाबंधन के मौके पर अपने 'भाई' नरेंद्र मोदी को राखी बांधती हैं। हालांकि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से वह प्रधानमंत्री को राखी नहीं बांध पाई थीं, लेकिन उन्होंने राखी भेजी जरूर थी और इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक कवितानुमा पत्र भी भेजा था।
क्या लिखा था पत्र में?
कमर मोहसिन ने अपने पत्र में लिखा था कि कोरोना के दौरान वह सबसे पहले अपने भाई की सलामती की दुआ मांगती हैं। आपको बता दें कि कमर मोहसिन ने प्रधानमंत्री मोदी के तीन तलाक के फैसले का समर्थन भी किया था। उन्होंने कहा था कि कुरान और इस्लाम में तीन तलाक जैसा कोई प्रावधान ही नहीं है।
कैसे बना नरेंद्र मोदी और कमर मोहसिन के बीच भाई-बहन का रिश्ता?
मूल रूप से कराची की रहने वाली कमर की शादी अहमदाबाद में हुई है। नरेंद्र मोदी से उनकी पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। मोहसिन शेख के मुताबिक, 'जब उन्हें (नरेंद्र मोदी) पता चला कि मैं कराची से हूं और अहमदाबाद में शादी हुई है तो उन्होंने मुझे बहन कहकर पुकारा। चूंकि मेरा भी कोई भाई नहीं था, इसलिए कुछ साल बाद जब हम दोबारा दिल्ली गए तो मैंने रक्षाबंधन के मौके पर उन्हें पहली बार राखी बांधी और तब से हमारा भाई-बहन का रिश्ता बरकरार है।' वह पिछले 26 सालों से नरेंद्र मोदी को राखी बांधती आ रही हैं।
ये कहानी है दिलचस्प
मोहसिन शेख के मुताबिक, एक बार राखी बांधते हुए मैंने उन्हें (नरेंद्र मोदी) गुजरात का मुख्यमंत्री बनने की प्रार्थना की थी और बाद में मेरी यह प्रार्थना स्वीकार भी हुई। उन्होंने एक बार बताया था कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्हें कभी भी उनसे मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ती थी। वह कहती हैं कि मुझे हर साल एक बड़े भाई (पीएम मोदी) को राखी बांधने का अवसर मिलता है, इससे मैं बहुत खुश हूं।