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उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी का चार दिवसीय अमेरिका दौरा आज से शुरू हो रहा है। दौरे में भारत और अमेरिका के बीच सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। लेफ्टिनेंट जनरल सैनी अमेरिकी सेना के प्रशांत कमान और हिंद-प्रशांत कमान के सैन्य घटक जाएंगे।
इस दौरान सैनी अमेरिकी सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक रूप से विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे। यह दौरा भारत और अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच तय 2+2 संवाद से पहले हो रहा है।
सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, उप प्रमुख सैनी अमेरिकी सेना की प्रशिक्षण और उपकरण क्षमताओं को भी देखेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ाना है। वह हवाई में हिंद-प्रशांत कमान मुख्यालय भी जाएंगे, जहां सैन्य सहयोग के विभिन्न पहलुओं और सैन्य से सैन्य संपर्क को आगे बढ़ाने, अमेरिका से खरीद, संयुक्त अभ्यास और क्षमता-निर्माण पर चर्चा की जाएगी। इस यात्रा से दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी तालमेल और रणनीतिक सहयोग के बढ़ने की उम्मीद है।
फरवरी-मार्च में अमेरिका के साथ दो-दो युद्धाभ्यास
कोरोना महामारी के दौरान लगी पाबंदियों के बावजूद भारत अमेरिका के साथ दो संयुक्त सैन्य अभ्यासों में भागीदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। इन संयुक्त अभ्यासों में से पहला ‘युद्ध अभ्यास’ फरवरी 2021 में होना है, जबकि दूसरा वज्र प्रहार मार्च, 2021 के लिए तय किया गया है।
26-27 अक्तूबर को 2+2 संवाद, भारत आएंगे अमेरिकी विदेश और रक्षामंत्री
26 और 27 अक्तूबर को होने वाले 2+2 संवाद में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भारत आएंगे। भारत की ओर से इस वार्ता की अगुवाई विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बनी सहमति के तहत पहला 2+2 संवाद सितंबर, 2018 में दिल्ली में हुआ था। वहीं, दूसरा 2+2 संवाद बीते साल दिसंबर में वाशिंगटन में हुआ था।
उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी का चार दिवसीय अमेरिका दौरा आज से शुरू हो रहा है। दौरे में भारत और अमेरिका के बीच सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। लेफ्टिनेंट जनरल सैनी अमेरिकी सेना के प्रशांत कमान और हिंद-प्रशांत कमान के सैन्य घटक जाएंगे।
इस दौरान सैनी अमेरिकी सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक रूप से विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे। यह दौरा भारत और अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच तय 2+2 संवाद से पहले हो रहा है।
सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, उप प्रमुख सैनी अमेरिकी सेना की प्रशिक्षण और उपकरण क्षमताओं को भी देखेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ाना है। वह हवाई में हिंद-प्रशांत कमान मुख्यालय भी जाएंगे, जहां सैन्य सहयोग के विभिन्न पहलुओं और सैन्य से सैन्य संपर्क को आगे बढ़ाने, अमेरिका से खरीद, संयुक्त अभ्यास और क्षमता-निर्माण पर चर्चा की जाएगी। इस यात्रा से दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी तालमेल और रणनीतिक सहयोग के बढ़ने की उम्मीद है।
फरवरी-मार्च में अमेरिका के साथ दो-दो युद्धाभ्यास
कोरोना महामारी के दौरान लगी पाबंदियों के बावजूद भारत अमेरिका के साथ दो संयुक्त सैन्य अभ्यासों में भागीदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। इन संयुक्त अभ्यासों में से पहला ‘युद्ध अभ्यास’ फरवरी 2021 में होना है, जबकि दूसरा वज्र प्रहार मार्च, 2021 के लिए तय किया गया है।
26-27 अक्तूबर को 2+2 संवाद, भारत आएंगे अमेरिकी विदेश और रक्षामंत्री
26 और 27 अक्तूबर को होने वाले 2+2 संवाद में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भारत आएंगे। भारत की ओर से इस वार्ता की अगुवाई विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बनी सहमति के तहत पहला 2+2 संवाद सितंबर, 2018 में दिल्ली में हुआ था। वहीं, दूसरा 2+2 संवाद बीते साल दिसंबर में वाशिंगटन में हुआ था।