राहुल गांधी के खून की दलाली वाले बयान के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इसका जवाब देने खुद सामने आए। प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा "भारतीय जनता पार्टी के करोडों कार्यकर्ताओं की ओर से देश के मीडिया को आभार देना चाहता हूं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जिस तरह से देश के मीडिया ने एकजुट होकर भारतीय सेना के साहस और कार्यकुशलता को सामने रखा उससे सेना का मनोबल बढ़ा है। हम मीडिया के आभारी हैं।"
शाह बोले, "देश की कूटनीतिक सफलताओं को जिस तरह से मीडिया ने प्रोत्साहित किया है उससे सरकार का भी मनोबल बढ़ा है। जब लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े मामले पर सवाल उठाए तो मीडिया ने इसकी सच्चाई को सामने रखकर देश का मान बढ़ाने का काम किया है।"
"कुछ पार्टियों और उनके नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़ा करके सेना और देश का अपमान किया है।" अमित शाह ने सफाई दी कि "सर्जिकल स्ट्राइक पर सरकार ने पूरी तरह से खुद को अलग रखते हुए इससे दूर रहने का प्रयास किया और इसकी प्रेस कान्फ्रेंस भी सेना के डीजीएमओ ने की। लेकिन विरोधियों ने इसे राजनीति का मुद्दा बना दिया। हम इसकी निंदा करते हैं।"
शाह ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि "राहुल गांधी देश के बजाय पाकिस्तान की निराशा के साथ खड़े दिखते हैं। समझ में नहीं आता कि वह देश की इस उपलब्धि पर खुशी महसूस क्यों नहीं कर रहे हैं। "
अमित शाह का तीखा हमला-
हमें मौत का सौदागर कहा गया, जहर की खेती करने वाला कहा गया। हर बार इन बयानों के बाद भाजपा बड़े बहुमत से सत्ता में आई।
राहुल का बयान देश को तोड़ने वाला रहा है। राहुल के इस बयान से सेना का मनोबल टूटता है।
जवानों के खून का कोई मोल नहीं है। राहुल ने सेना के जवानों का अपमान किया है।
पूरा देश उत्साह के साथ जवानों के साथ है, राहुल क्यों इसमें अलग-थलग दिखते हैं।
जो लोग सबूत मांगते हैं उन्हें सबूत मांगने की जरुरत नहीं है।
पाकिस्तान की चिंता करना हमारा काम नहीं है राहुल गांधी से ये सवाल कर लेना
अगर पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक की चिंता नहीं है तो वहां क्यों संसद का विशेष सत्र बुलाया गया
जो लोग इसके सबूत मांगते हैं वो जाएं और देखें पाकिस्तान में क्या हो रहा है
पूरा देश सरकार और जनता भारतीय सैनिकों के साथ हैं। हमें सेना की गोलियों में विश्वास हैं नेताओं के बयानों में नहीं
हम इस मुद्दे पर कोई पॉलीटिकल माइलेज नहीं चाहते थे लेकिन कुछ नेताओं और पार्टियों ने इसे मुद्दा बना दिया
राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए कि दलाली शब्द का इस्तेमाल भारतीय सेना के लिए किया है या किसके लिए।
केजरीवाल ने जब सर्जिकल स्ट्राइक पर बयान दिया तो वो पाकिस्तान में ट्रेंड करने लगे, इसके बाद राहुल ने भी उनके समर्थन में बयान दे दिया
आखिर आपको किस पर शक है? क्या सैनिकों की मंशा और साहस पर आपको भरोसा नहीं है?
राहुल गांधी के खून की दलाली वाले बयान के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इसका जवाब देने खुद सामने आए। प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा "भारतीय जनता पार्टी के करोडों कार्यकर्ताओं की ओर से देश के मीडिया को आभार देना चाहता हूं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जिस तरह से देश के मीडिया ने एकजुट होकर भारतीय सेना के साहस और कार्यकुशलता को सामने रखा उससे सेना का मनोबल बढ़ा है। हम मीडिया के आभारी हैं।"
शाह बोले, "देश की कूटनीतिक सफलताओं को जिस तरह से मीडिया ने प्रोत्साहित किया है उससे सरकार का भी मनोबल बढ़ा है। जब लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े मामले पर सवाल उठाए तो मीडिया ने इसकी सच्चाई को सामने रखकर देश का मान बढ़ाने का काम किया है।"
"कुछ पार्टियों और उनके नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़ा करके सेना और देश का अपमान किया है।" अमित शाह ने सफाई दी कि "सर्जिकल स्ट्राइक पर सरकार ने पूरी तरह से खुद को अलग रखते हुए इससे दूर रहने का प्रयास किया और इसकी प्रेस कान्फ्रेंस भी सेना के डीजीएमओ ने की। लेकिन विरोधियों ने इसे राजनीति का मुद्दा बना दिया। हम इसकी निंदा करते हैं।"
शाह ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि "राहुल गांधी देश के बजाय पाकिस्तान की निराशा के साथ खड़े दिखते हैं। समझ में नहीं आता कि वह देश की इस उपलब्धि पर खुशी महसूस क्यों नहीं कर रहे हैं। "