गुजरात के सूरत से पुलिस और छात्रों के बीच झड़प का मामला सामने आया है। इसमें सात छात्रों के घायल होने की खबर है, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना सूरत की वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी की है। बताया जा रहा है यहां नवरात्रि में गरबा इवेंट को लेकर पुलिस और छात्रों के बीच कहासुनी हुई, इसके बाद मामला बिगड़ गया और छात्र उपद्रव करने लगे, जिसके बाद पुलिस को सुख्ती से निपटना पड़ा।
गरबा बंद कराने पहुंची थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कैंपस में गरबा इवेँट का आयोजन किया जा रहा था। करीब नौ बजे के बाद पुलिस वहां पहुंची और कोरोना का हवाला देते हुए इवेंट बंद कराने लगी। इसका कुछ छात्रों ने विरोध किया और उपद्रव करने लगे, जिसके बाद मामला बढ़ गया और पुलिस को सख्ती से निपटना पड़ा। इस झड़प में सात छात्रों को चोट आई है। वहीं कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
सूरत पुलिस कमिश्नर अजय तोमर का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और तीन दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना को देखते हुए गरबा की इजाजत नहीं दी है। छोटे स्तर पर गरबा की इजाजत है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी कैंपस में गरबा का अयोजन किया गया था। जब पुलिस को इसका पता चला तो वह कैंपस पहुंची थी, जहां छात्रों से झड़प हुई।
एबीवीपी ने लगाया पुलिस पर आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पुलिस के इस व्यवहार को गलत ठहराया है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस की तीन गाड़ियां कैंपस में दाखिल हुई थीं। आते ही पुलिस वाले गाली-गलौज करने लगे। वहां पर छात्राएं भी थीं। इसी का विरोध छात्रों द्वारा किया गया था, जिसके बाद पुलिस वालों ने छात्रों को पीटना शुरू कर दिया।
विस्तार
गुजरात के सूरत से पुलिस और छात्रों के बीच झड़प का मामला सामने आया है। इसमें सात छात्रों के घायल होने की खबर है, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना सूरत की वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी की है। बताया जा रहा है यहां नवरात्रि में गरबा इवेंट को लेकर पुलिस और छात्रों के बीच कहासुनी हुई, इसके बाद मामला बिगड़ गया और छात्र उपद्रव करने लगे, जिसके बाद पुलिस को सुख्ती से निपटना पड़ा।
गरबा बंद कराने पहुंची थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कैंपस में गरबा इवेँट का आयोजन किया जा रहा था। करीब नौ बजे के बाद पुलिस वहां पहुंची और कोरोना का हवाला देते हुए इवेंट बंद कराने लगी। इसका कुछ छात्रों ने विरोध किया और उपद्रव करने लगे, जिसके बाद मामला बढ़ गया और पुलिस को सख्ती से निपटना पड़ा। इस झड़प में सात छात्रों को चोट आई है। वहीं कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
सूरत पुलिस कमिश्नर अजय तोमर का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और तीन दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना को देखते हुए गरबा की इजाजत नहीं दी है। छोटे स्तर पर गरबा की इजाजत है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी कैंपस में गरबा का अयोजन किया गया था। जब पुलिस को इसका पता चला तो वह कैंपस पहुंची थी, जहां छात्रों से झड़प हुई।
एबीवीपी ने लगाया पुलिस पर आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पुलिस के इस व्यवहार को गलत ठहराया है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस की तीन गाड़ियां कैंपस में दाखिल हुई थीं। आते ही पुलिस वाले गाली-गलौज करने लगे। वहां पर छात्राएं भी थीं। इसी का विरोध छात्रों द्वारा किया गया था, जिसके बाद पुलिस वालों ने छात्रों को पीटना शुरू कर दिया।