कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव इंडिया के मानेसर प्लांट में कंपीने ने 5 करोड़ व्हील स्पीड सेंसर प्रोडक्शन का आंकड़ा पार कर लिया
- फोटो : Continental Automotive India
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कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव इंडिया (Continental Automotive India) ने अपने मानेसर प्लांट में 5 करोड़ व्हील स्पीड सेंसर बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है। यह टेक कंपनी भारत के सुरक्षा कानून और लोकल मांग के चलते अपनी व्हील स्पीड सेंसर बनाने की क्षमता को लगातार बढ़ाती जा रही है। अगस्त 2019 में कॉन्टिनेंटल इंडिया ने 10 लाख स्पीड सेन्सर बनाने का आंकड़ा छुआ था।
कंपनी का पूरा फोकस जिन तीन बातों पर है उनमें हादसों में होने वाली मौतों की संख्या को शून्य तक लाना, जीरो क्रैश और जीरो दुर्घटना लेवल तक पहुंचना है। कॉन्टिनेंटल साल 2010 से अपने मानेसर प्लांट में व्हील स्पीड सेन्सर का प्रोडक्शन करती आ रही है। दरअसल अप्रैल 2019 से सभी पैसेंजर वाहनों और 125 सीसी के ऊपर के दोपहिया वाहनों के लिए एबीएस को अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे व्हील स्पीड सेंसर की मांग में जबरदस्त उछाल देखा गया।
व्हील स्पीड सेंसर का इस्तेमाल वाहन की स्पीड सिग्नल को एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) और इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल (ईएससी) को भेजने के लिए किया जाता है। यह स्पीड सिग्नल पहियों को लॉक होने या स्पिन करने से रोकने में मदद करता है।
कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव इंडिया (Continental Automotive India) ने अपने मानेसर प्लांट में 5 करोड़ व्हील स्पीड सेंसर बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है। यह टेक कंपनी भारत के सुरक्षा कानून और लोकल मांग के चलते अपनी व्हील स्पीड सेंसर बनाने की क्षमता को लगातार बढ़ाती जा रही है। अगस्त 2019 में कॉन्टिनेंटल इंडिया ने 10 लाख स्पीड सेन्सर बनाने का आंकड़ा छुआ था।
कंपनी का पूरा फोकस जिन तीन बातों पर है उनमें हादसों में होने वाली मौतों की संख्या को शून्य तक लाना, जीरो क्रैश और जीरो दुर्घटना लेवल तक पहुंचना है। कॉन्टिनेंटल साल 2010 से अपने मानेसर प्लांट में व्हील स्पीड सेन्सर का प्रोडक्शन करती आ रही है। दरअसल अप्रैल 2019 से सभी पैसेंजर वाहनों और 125 सीसी के ऊपर के दोपहिया वाहनों के लिए एबीएस को अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे व्हील स्पीड सेंसर की मांग में जबरदस्त उछाल देखा गया।
व्हील स्पीड सेंसर का इस्तेमाल वाहन की स्पीड सिग्नल को एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) और इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल (ईएससी) को भेजने के लिए किया जाता है। यह स्पीड सिग्नल पहियों को लॉक होने या स्पिन करने से रोकने में मदद करता है।