ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह की विशेष भूमिका होती है। शनि ग्रह सभी नौ ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह हैं। शनिदेव करीब ढाई वर्षों में एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं। शनि की राशि परिवर्तन सभी राशि के जातकों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढ़ैय्या को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। शनिदेव इस समय में मकर राशि में विराजमान है और वक्री चाल से चल रहे हैं। ज्योतिष में शनि की व्रकी चाल को उल्टी चाल और मार्गी को सीधी चाल कहा जाता है। शनिदेव जब वक्री होते हैं तो जिन जातकों पर साढ़ेसाती और ढैय्या लगी हुई होती है उनकी परेशानियां बढ़ जाती हैं। 11 अक्तूबर को शनि वक्री से मार्गी होने पर कुछ राशियों की परेशानियां कम हो जाएंगी।
29 अप्रैल 2022 को शनि का राशि परिवर्तन होगा जिस कारण से धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति हो जाएगी। धनु राशि पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। ऐसे में 11 अक्तूबर को शनि मार्गी हो रहे हैं ऐसे में धनु राशि वालों की परेशानियां कुछ कम होंगी। इसके अलावा मिथुन और तुला राशि की भी परेशानियां कम होंगी।
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। 2025 में मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हो जाएगा। शनि जब मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी।
तीन राशि पर है शनि की साढ़ेसाती
वर्तमान में शनि मकर राशि में विराजमान हैं। ऐसे में धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती लगी हुई है। धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। शनि की साढ़ेसाती किसी राशि पर तीन चरणों में आती है। पूरी तरह से साल 2023 से धनु राशि पर से शनि साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी।
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। दूसरा चरण चलने की वजह से सही समय पर आपके काम नहीं बन रहे होंगे। बीमारियां घेरे हुई हैं और लगातार आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। 2025 में मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती खत्म होगी। शनि जब मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। शनि के मकर राशि में गोचर करने के कारण कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। कुंभ राशि पर साढ़ेसाती होने की वजह से कई तरह की परेशानियां पीछा करती हैं। कुंभ राशि से पूरी तरह शनि की साढ़ेसाती 23 जनवरी 2028 को हटेगी।
2022 में शनि की चाल
जब-जब शनि राशि बदलते हैं तो किसी एक राशि से साढ़ेसाती हट जाती है तो किसी दूसरी राशि पर शनि की साढ़ेसाती लग जाती है। 29 अप्रैल 2022 में शनि कुंब राशि में प्रवेश कर जाएंगे जिस कारण से धनु राशि से शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप खत्म हो जाएगा। जबकि मीन राशि पर शनि का साढ़ेसाती का पहला चरण आरंभ जाएगा। 12 जुलाई 2022 को शनि के दोबारा मकर राशि में आने पर धनु राशि पर फिर से साढ़ेसाती चढ़ जाएगी। 2023 में पूरी तरह से धनु राशि से साढ़ेसाती का अंत हो जाएगा।
विस्तार
ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह की विशेष भूमिका होती है। शनि ग्रह सभी नौ ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह हैं। शनिदेव करीब ढाई वर्षों में एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं। शनि की राशि परिवर्तन सभी राशि के जातकों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढ़ैय्या को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। शनिदेव इस समय में मकर राशि में विराजमान है और वक्री चाल से चल रहे हैं। ज्योतिष में शनि की व्रकी चाल को उल्टी चाल और मार्गी को सीधी चाल कहा जाता है। शनिदेव जब वक्री होते हैं तो जिन जातकों पर साढ़ेसाती और ढैय्या लगी हुई होती है उनकी परेशानियां बढ़ जाती हैं। 11 अक्तूबर को शनि वक्री से मार्गी होने पर कुछ राशियों की परेशानियां कम हो जाएंगी।
29 अप्रैल 2022 को शनि का राशि परिवर्तन होगा जिस कारण से धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति हो जाएगी। धनु राशि पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। ऐसे में 11 अक्तूबर को शनि मार्गी हो रहे हैं ऐसे में धनु राशि वालों की परेशानियां कुछ कम होंगी। इसके अलावा मिथुन और तुला राशि की भी परेशानियां कम होंगी।
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। 2025 में मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हो जाएगा। शनि जब मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी।
तीन राशि पर है शनि की साढ़ेसाती
वर्तमान में शनि मकर राशि में विराजमान हैं। ऐसे में धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती लगी हुई है। धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। शनि की साढ़ेसाती किसी राशि पर तीन चरणों में आती है। पूरी तरह से साल 2023 से धनु राशि पर से शनि साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी।
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। दूसरा चरण चलने की वजह से सही समय पर आपके काम नहीं बन रहे होंगे। बीमारियां घेरे हुई हैं और लगातार आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। 2025 में मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती खत्म होगी। शनि जब मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। शनि के मकर राशि में गोचर करने के कारण कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। कुंभ राशि पर साढ़ेसाती होने की वजह से कई तरह की परेशानियां पीछा करती हैं। कुंभ राशि से पूरी तरह शनि की साढ़ेसाती 23 जनवरी 2028 को हटेगी।
2022 में शनि की चाल
जब-जब शनि राशि बदलते हैं तो किसी एक राशि से साढ़ेसाती हट जाती है तो किसी दूसरी राशि पर शनि की साढ़ेसाती लग जाती है। 29 अप्रैल 2022 में शनि कुंब राशि में प्रवेश कर जाएंगे जिस कारण से धनु राशि से शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप खत्म हो जाएगा। जबकि मीन राशि पर शनि का साढ़ेसाती का पहला चरण आरंभ जाएगा। 12 जुलाई 2022 को शनि के दोबारा मकर राशि में आने पर धनु राशि पर फिर से साढ़ेसाती चढ़ जाएगी। 2023 में पूरी तरह से धनु राशि से साढ़ेसाती का अंत हो जाएगा।