ज्योतिषशास्त्र में सभी ग्रहों में शनि का विशेष महत्व होता है। कुंडली में शनि के शुभ और अशुभ स्थिति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि न्याय के भी देवता माने जाते हैं। ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार शनि जयंती 3 जून को मनाई जाने वाली है। शनि की साढ़े साती, ढैय्या या शनि की महादशा से परेशान लोगो के लिए यह दिन विशेष फल देने वाला होता है।
शनिदोष को दूर करने के उपाय
– दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करें।
– अपने माता-पिता की सेवा करें। बुजुर्गों का अपमान नहीं करें।
– शनिवार को तिल के तेल का दीपक जलाएं।
– तिल के तेल से भगवान शनि का अभिषेक करें।
– काले उड़द, काले तिल या काले चने सामर्थ्य अनुसार दान करें।
– शनिवार का व्रत करके शनि व्रत कथा का पाठ करें।
शनि जयंती के अवसर पर शनि दोष निवारण पूजा (03 जून 2019, सोमवार)
ज्योतिषशास्त्र में सभी ग्रहों में शनि का विशेष महत्व होता है। कुंडली में शनि के शुभ और अशुभ स्थिति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि न्याय के भी देवता माने जाते हैं। ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार शनि जयंती 3 जून को मनाई जाने वाली है। शनि की साढ़े साती, ढैय्या या शनि की महादशा से परेशान लोगो के लिए यह दिन विशेष फल देने वाला होता है।
शनिदोष को दूर करने के उपाय
– दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करें।
– अपने माता-पिता की सेवा करें। बुजुर्गों का अपमान नहीं करें।
– शनिवार को तिल के तेल का दीपक जलाएं।
– तिल के तेल से भगवान शनि का अभिषेक करें।
– काले उड़द, काले तिल या काले चने सामर्थ्य अनुसार दान करें।
– शनिवार का व्रत करके शनि व्रत कथा का पाठ करें।
शनि जयंती के अवसर पर शनि दोष निवारण पूजा (03 जून 2019, सोमवार)